ट्रेन से उतारकर सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया , जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित
गोंदिया।जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय .. यह कहावत जोधपुर -पुरी एक्सप्रेस गाड़ी (संख्या क्रमांक 20814 ) में रविवार 19 जून को चरितार्थ हो गई। चलती ट्रेन के कोच नंबर 6 में प्रसव पीड़ा से कहार रही महिला को देखकर ट्रेन में सफर कर रहे श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के ठाकुर आशुतोष सिंह ने करणी सेना गोंदिया टीम को जानकारी देते बताया- गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से कहार रही है उसे गोंदिया उतारना अति आवश्यक है तथा इस संदर्भ में टीसी ने भी गोंदिया रेलवे पुलिस को प्रसूता के बारे में सूचना दी।
जब जोधपुर- पुरी एक्सप्रेस ट्रेन गोंदिया के प्लेटफार्म क्रमांक 4 पर पहुंची तब उप निरीक्षक सी.के.पी टैंभूरणेकर के मार्गदर्शन में उप निरीक्षक मयंक मिश्रा , महिला उप निरीक्षक सोनम , महिला आरक्षक ज्योति बाला एवं बल सदस्यों द्वारा कोच नंबर 6 को अटेंड किया गया तथा प्रेग्नेंट महिला यात्री मिनाती मिर्धा (33, ग्राम बालेश्वर, पश्चिमबार उड़ीसा ) इसे तत्काल एंबुलेंस के माध्यम से गोंदिया जिला महिला BGW अस्पताल में भर्ती कराया गया तथा गर्भवती महिला की तत्काल डिलीवरी कराई गई जहां जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
बताया जाता है कि जोधपुर -पुरी एक्सप्रेस में 19 जून रविवार को उस समय हलचल मच गई जब सफर के दौरान एक गर्भवती महिला के पेट में अचानक दर्द शुरू हो गया ऐसे में ट्रेन में मौजूद करणी सेना के कार्यकर्ता ने इसकी खबर गोंदिया कार्यकर्ताओं को दी।
खबर मिलते ही रेलवे पुलिस के साथ सूचना का आदान प्रदान शुरू हो गया तथा आपसी समन्वय से एंबुलेंस की व्यवस्था के बाद पुलिस जवानों ने कोच नंबर 6 को अटेंड किया।
गर्भवती महिला और उसके नवजात को बचाने के लिए रेलवे पुलिस तथा श्री राष्ट्रीय करणी सेना ने मानवता की अनोखी मिसाल पेश की है।
मां बनना किसी भी विवाहित महिला के लिए सबसे सौभाग्य की बात होती है स्वस्थ बच्चे को जन्म देने के बाद मां के लिए यह सुकून भरे क्षण हैं वहीं सुरक्षित डिलीवरी पश्चात महिला यात्री के परिवार में भी खुशी का आनंद है।
रवि आर्य