गोंदिया। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद वहां मौजूद अल्पसंख्यक हिंदुओं की हत्या और महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार के विरोध में 22 सितंबर रविवार को सकल हिंदू समाज गोंदिया द्वारा जन आक्रोश महारैली का आयोजन किया गया है इस पैदल मार्च में 10 हज़ार से अधिक लोग शामिल होंगे ऐसी जानकारी 15 सितंबर को रेस्ट हाउस में आयोजित पत्र परिषद के दौरान देते हुए कहा गया कि – बांग्लादेश में जो अल्पसंख्यकों के साथ हो रहा है वह मानव अधिकारों का उल्लंघन है ,
वहां हिंदू ही नहीं बल्कि बौद्ध , ईसाई , दलितों पर भी हमले हो रहे हैं। धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाकर उन्हें लूटपाट और आगजनी के द्वारा नुकसान पहुंचाया जा रहा हैं ।
बांग्लादेश में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच हिंदुओं पर हमलों की तस्वीरों ने सबको चौंका दिया है , कट्टरपंथी उपद्रवियों ने संपत्तियों के लूटपाट के बाद आगजनी की जिसके बाद पीड़ित हिंदू परिवारों को जान बचाने के लिए छिपना पड़ा है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार , रक्षा करे भारत सरकार
बांग्लादेश में जारी हिंसक घटनाओं के प्रति हिंदू समाज में भी गहरी चिंता व्यक्त की जा रही है लिहाजा बांग्लादेश मैं हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार रोकने और उन्हें सुरक्षा देने की मांग को लेकर महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सोपा जाएगा।
आयोजकों ने जानकारी देते बताया- जन आक्रोश महारैली का आयोजन सकल हिंदू समाज के बैनर तले किया गया है यह पैदल मार्च 22 सितंबर रविवार सुबह 10:00 बजे स्थानीय प्रशासकीय इमारत ( आंबेडकर चौक ) से प्रारंभ होगा , जयस्तंभ चौक , पुराना बस स्टैंड रोड , बैंड पार्टी लाइन , चांदनी चौक , गांधी प्रतिमा , गोरेलाल चौक , दुर्गा चौक , विकास मेडिकल से देशबंधु वार्ड होते हुए मेन रोड , श्री टॉकीज चौक , बजरंग दल कार्यालय होकर नेहरू चौक से डॉ.आंबेडकर चौक पर पहुंचेगी।
आयोजित पत्र परिषद में सुभाष बैस , देवेश मिश्रा , विनोद हरिणखेड़े , राजेश कन्नौजिया , हर्षल पवार , चौइथराम गोपलानी , दरियानोमल आसवानी , प्रीतम लिल्हारे , अजय यादव , सुनील चावला , नितिन जिंदल , दारा बैरिसाल , रतन वासनिक , विनोद चंदवानी , अनिल मेश्राम , हरीश अग्रवाल , , मुकेश दहिकर आदि उपस्थित थे।
रवि आर्य