Published On : Sun, Mar 29th, 2020

गोंदियाः बाघ के हमले में किसान की मौत

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आज सुबह धानुटोला के कटेरी पहाड़ी पर घटा हादसा

गोंदिया। गोंदिया जिले के गोरेगांव वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आनेवाले गंगाझरी थाने से लगे ग्राम धानुटोला के कटेरी पहाड़ी पर आज रविवार २९ मार्च सुबह ६.३० बजे एक बाघ ने घर की बकरियों हेतु हरा पशु चारा एकत्र करने जंगल गए अरूण गुलाब भलावी (४० रा. धानुटोला) पर हमला कर दिया जिससे अरूण भलावी की मृत्यु हो गई।

घटना के संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते गंगाझरी थाने के पुलिस निरीक्षक बी.डी. कोड़ापे ने बताया, ग्राम धानुटोला निवासी अरूण गुलाब भलावी तथा निखिल यादोराव उईके (२० रा. धानुटोला) यह दोनों घर की पालतू बकरियों के लिए हरा चारा लाने आज सुबह जंगल गए थे, इसी बीच कटेरी पहाड़ी पर से जैसे ही दोनों आगे बढ़ रहे थे, अचानक बाघ ने अरूण भलावी पर हमला कर दिया और २५ फीट से अधिक घसिटते हुए अरूण को बाघ, पहाड़ी की ऊंचाई की ओर ले गया। इसी दौरान अरूण के पीछे कुछ दूरी पर चल रहे निखिल उईके ने जैसे ही यह मंजर देखा वह खुद की जान बचाने हेतु भागा और ग्राम धानुटोला पहुंचकर अरूण के परिजनों तथा ग्राम के बीट गार्ड संतोष कटरे को घटना की जानकारी दी।

गंगाझरी पुलिस को सूचना मिलते ही उन्होंने फारेस्ट विभाग के रेंजर दखने को मामले से अवगत कराया तथा पी.आई. बी.डी. कोड़ापे के नेतृत्व में एपीआई उरकुड़े, पो.ह. खेमराज शेमरे के साथ घटनास्थल की ओर पुलिस टीम रवाना हुई तथा मौके पर गोरेगांव वनपरिक्षेत्राधिकारी साठवने, सहायक वनसंरक्षक सतगीर, राऊंड ऑफिसर बालकृष्ण दखने, बीट गार्ड संतोष कटरे, गणवीर, चौकीदार नागभिरे भी पहुंचे तथा पुलिस और वनविभाग की टीम ने मृतक अरूण भलावी के शव का स्पॉट पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम हेतु लाश जिला केटीएस अस्पताल भेज दी है।

बहरहाल फिर्यादी सेवकराम गुलाब भलावी (३२ रा. धानुटोला त. गोरेगांव) की शिकायत पर गंगाझरी पुलिस ने धारा १७४ आकस्मिक मौत का मामला पंजीबद्ध किया है। प्रकरण की जांच पो.ह. शेमरे कर रहे है।

कटेरी पहाड़ी से सटे ६ गांवों में फैली ही बाघ की दहशत

हमने इस प्रकरण पर रेंजर ऑफिसर दखने से बात की उन्होंने बताया, धानुटोला के कटेरी पहाड़ी का यह क्षेत्र ग्राम ओंझीटोला, पांगड़ी, हेटी, लेंडेझरी, सहारवानी, कवलेवाड़ा से लगा हुआ है, फिलहाल इन गांवों में मौजुद बीट गार्ड की मदद से यह संदेश फारेस्ट अधिकारियों की ओर से पहुंचाया गया है कि, कोई भी जंगल की ओर न जाए। आगे की कार्रवाई तथा बाघ को पकड़ने हेतु वनपरिक्षेत्र अधिकारी साठवने तथा सहायक वनसंरक्षक सतगीर के नेतृत्व में कार्रवाई की जा रही है।

फिलहाल जिस जगह यह घटना घटित हुई वह पहाड़ी क्षेत्र होने से नाखून और पग के निशान नहीं मिले है पर यह बाघ का ही हमला है और वनविभाग सारे एतहियातन कदम उठा रहा है।

…रवि आर्य