गोंदिया: मानसून के मौसम में जिले के 96 गांवों में बाढ़ का खतरा रहता बना है एैसे में संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन तथा बाढ़ नियंत्रण समन्वय समिति ने कमर कस ली है। बता दें कि, सतत बारिश के दौरान मध्यप्रदेश का संजय सरोवर बांध ओवर-फ्लो होने पर उसके दरवाजे ( गेट ) खोलकर हजारों क्यूरिक्स पानी की निकासी की जाती है, जिससे गोंदिया की वैनगंगा नदी, बावनथड़ी नहर और बाघनदी में बाढ़ की स्थिति निर्माण हो जाती है लिहाज़ा मानसून पूर्व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोंदिया द्वारा बाढ़ की स्थिति में खोज एंव बचाव कार्यों के संबंध में गोंदिया तहसील के कोरणीघाट बाघनदी पर 18 जून को खोज एंव बचाव दल ने बाढ़ की स्थिति में सुरक्षा एवं बचाव के साथ-साथ बाढ़ हेतु उपयोगी खोज एवं बचाव उपकरणों का निरीक्षण कर माकड्रील का आयोजन किया।
जान माल और वित्तीय नुकसान को कम करने की कवायद
गत वर्ष 2024 में राज्य में आयी बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन व जिलाधीश प्रजीत नायर के मार्गदर्शन में प्रत्येक तहसील में नागरिकों के लिए बाढ़ की स्थिति में सुरक्षा और बचाव पर खोज और बचाव प्रशिक्षण कार्यक्रम व कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है।
बाढ़ की स्थिति में जान-माल और वित्तीय नुकसान को कम करने के लिए यह कार्यक्रम जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोंदिया द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। इसी के तहत बाढ़ के मामलों में नागरिकों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए जिला खोज व बचाव दल द्वारा इस मार्कड्रील का आयोजन किया गया।
मानसून पूर्व तैयारी 2025 के अनुरूप गांव स्तर के साथ-साथ स्कूलों और कॉलेजों में भी आपदा प्रबंधन समितियों का गठन किया गया है इसके अलावा, मौसम विभाग और बाढ़ की स्थिति के बारे में नागरिकों को व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जानकारी प्रदान करने के लिए तहसील और गांव स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं।
अग्नि नियंत्रण एवं सुरक्षा का प्रत्यक्ष प्रदर्शन
अग्निशमन विभाग अधिकारी लोकचंद भेंडारकर ने उपस्थित लोगों को अग्नि नियंत्रण एवं सुरक्षा विषय पर जानकारी दी तथा प्रत्यक्ष प्रदर्शन भी किया। बचाव प्रशिक्षण के दौरान तहसीलदार शमशेर पठान, पुलिस निरीक्षक वैभव पवार , आपदा प्रबंधन अधिकारी राजन चौबे सहित खोज एवं बचाव दल के सदस्य उपस्थित थे।
रवि आर्य