Published On : Thu, May 7th, 2020

गोंदिया: ‘जान’ से बड़ा ‘जाम’

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पीनी है, पीनी है ,मुझको.. पीनी है

गोंदिया: गोंदिया:क्या जान से बड़ा जाम हो सकता है ? गोंदिया शहर के 7 वाइन शॉप के बाहर लगी लंबी-लंबी कतारें और घंटों धूप में खड़े शराब के शौकीनों को देखकर तो यही कहा जा सकता है ? गोंदिया जिले में शराब दुकानें 22 मार्च से बंद थी
43 दिनों के बाद जिलाधिकारी गोंदिया की ओर से दुकानों को खोलने की मंजूरी सप्ताह में 3 दिन बुधवार , गुरुवार, शुक्रवार सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक देते कहा गया है किसी भी दुकान में आदेश का उल्लंघन होने पर उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है , इसके अलावा कलेक्टर के पास उपरोक्त दिशा निर्देशों में बदलाव करने के सभी अधिकार हैं ।

माहौल उत्साह भरा जैसे कोई महा सेल लगी हो
आज 7 मई गुरुवार सुबह 10 बजे जैसे ही शराब की दुकानें खुली माहौल बेहद उत्साह भरा हो गया जैसे कोई महासेल लगी हो । पहले आओ – पहले पाओ वाली स्थिति के चलते सुबह से ही दुकानों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लगी देखी गई ।

दुकानें क्या खुली दुर्गा चौक , श्री टॉकीज रोड ,(खोजा मस्जिद) जैसे इलाकों में सोशल डिस्टेंसिंग की पोल ही खुल गई। हालांकि शराब की दुकानें खुलने को लेकर थर्मल स्क्रीनिंग सहित कुछ शर्तें भी लागू हैं ।

सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखने को कहा गया है , दो व्यक्तियों के बीच कम से कम 6 फीट की दूरी रखने और एक समय में 5 से अधिक व्यक्तियों के मौजूदगी नहीं होने की बात जारी आर्डर में कही गई है।

लेकिन गोंदिया जिले में लगभग हर दुकान के सामने शराब के शौकीनों की ऐसी लाइन लगी है मानो शराब है तो जीवन है , जीने का मकसद है शराब।
आबकारी विभाग के अधिकारी दुकानों का दूर से ही निरीक्षण करते नजर आए जबकि कहा गया था कि आबकारी विभाग का एक कर्मचारी प्रत्येक दुकान के बाहर खड़ा रहेगा लेकिन ऐसा कुछ नजर नहीं आया ।

दुकान खुलते ही लोग टूट पड़े हालात को संभालने के लिए कुछ दुकानदारों ने निजी बाउंसर रखे हुए हैं वही पुलिसकर्मी भी स्थिति को संभालते नजर आए।

जिले में 150 परमिट रूम को ना , बाकी को हां
गोंदिया कलेक्टर की ओर से क्योंकि रेस्टोरेंट को खुलने की परमिशन नहीं दी गई है इसलिए बार एंड रेस्टोरेंट ( परमिट रूम ) जो लगभग जिले में 150 है उन्हें खोलने की अनुमति भी नहीं मिली। जिन शराब दुकानों को परमिशन दिया गया है उनमें CL-3 की देसी चिल्लर दारू दुकानें जिनकी जिले में संख्या 87 हैं। FL-2 वाइन शॉप ( देसी -इंग्लिश ) जिनकी संख्या जिले में टोटल 11 है , उसमें गोंदिया 7 , तिरोड़ा 2, आमगांव 1 , देवरी 1 यह खुली हुई है तथा इन दुकानों पर सिर्फ इंग्लिश ही बेची जा रही है और देसी शराब की चाहत रखने वालों को देसी चिल्लर दारू दुकान पर भेजा जा रहा है ‌।

BR-2 अर्थात बियर शॉपी इसकी संख्या गोंदिया जिले में 30 से 32 है यह सभी खुली हुई है।होलसेल देसी शराब दुकानों के CL-2 के टोटल जिले में 5 लाइसेंस है जिनमें गोंदिया में 3 ओर सौंदड़ में 2 है , यह भी दुकानें खुली हुई है। गोंदिया में कोई भी इंग्लिश शराब का लाइसेंस धारी होलसेल कारोबारी नहीं है लिहिजा इंग्लिश शराब नागपुर से ट्रांसपोर्ट द्वारा गोंदिया आती है। गोंदिया जिले को शौकीनों को इंग्लिश शराब का कोटा मिलता रहे इसलिए बताया जा रहा है कि गोंदिया कलेक्टर ने नागपुर कमिश्नर को पत्र भेजा है कि वे वाड़ी ( नागपुर ) क्षेत्र में जहां इनके गोदाम हैं वहां से माल को की सप्लाई गोंदिया के लिए खोल दें।

फार्म और टोकन दो , 2 लीटर शराब लो
दुकानों के बाहर भीड़ न जमा हो इसके लिए दुकान का रबड़ स्टांप लगा एक फॉर्म दिया जा रहा है जिसमें सीरियल नंबर , ग्राहक का नाम , ग्राहक का मोबाइल नंबर , शराब के ब्रांड का नाम , मात्रा व संख्या यह फॉर्म में भर कर देने के बाद एक प्लास्टिक का टोकन दिया जा रहा है जिसके बाद प्रति ग्राहक को अधिकतम 2 लीटर शराब मिल रही है ग्राहक चाहे तो 750ml की 3 बोतल ले सकता है या 2 लीटर पर एक बंपर ले ले या फिर 180ml के 11 पव्वे या 90ml की 22 नीप ले सकता है। इस तरह 1 घंटे में 100 ग्राहक और 4 घंटे में 400 ग्राहक प्रति दुकानदार निपटा रहा है।
शराब दुकानदारों का बुधवार कोरा चला गया आज गुरुवार है और कल शुक्रवार इन 2 दिनों के बाद फिर 4 दिन शराब की दुकानें बंद रहेगी ऐसे में हर किसी की चाहत यही है कि वह ज्यादा से ज्यादा शराब बटोर सके।

रवि आर्य