गोंदिया। दीपावली यानी दीपों की श्रृंखला , रोशनी और अपनों के प्यार के बीच पटाखों की गूंज , गोंदिया जिले में हर तरफ दीपावली के मौके पर खुशी देखने को मिली। तमाम हिस्सों में 20 अक्टूबर को दीपावली का त्यौहार मनाया गया वहीं कुछ जगहों पर मंगलवार 21 अक्टूबर को दीपावली मनाई गई।
रंग बिरंगी सजावटी लाइटों की रोशनी से सजे घर , मिठाई और मीठे पकवानों की महक और अनगिनत खुशियों का त्यौहार सुख समृद्धि का त्यौहार है जो अंधकार पर प्रकाश की जीत को दर्शाता है। दीपावली गोंदिया जिले में परंपरागत तरीके से एवं हर्ष और उल्लास के साथ मनाई गई जिसकी तैयारी घर , दुकान , दफ्तरों के साफ सफाई के साथ कई दिनों से चल रही थी।
शुभ मुहूर्त में 20 और 21 अक्टूबर के शाम मां लक्ष्मी जी , मां सरस्वती जी और गणेश जी के पूजन के साथ भगवान से मनोकामना पूर्ण करने की भक्तों ने अरदास की इस अवसर पर उपहार में मिठाई वितरण की गई तथा देर रात तक हर तरफ आतिशबाजी , रंग बिरंगी पटाखों की गूंज से आसमान नहा उठा।
बच्चों से लेकर बड़ों और बुजुर्गों ने नए कपड़े पहने तथा मां लक्ष्मी जी के पूजा अर्चना में हिस्सा लिया , हर तरफ जहां खुशियां देखने को मिली वहीं बाजारों में अच्छी खासी भीड़ के बीच ग्राहकों ने जमकर खरीदारी का लुफ्त उठाया।
डबल डे सेलिब्रेशन की रही धूम
हिंदुओं के सबसे बड़े त्योहारों में से एक दिवाली किस दिन मनाना उचित रहेगा इसे लेकर भ्रम की स्थिति बनी रही , क्योंकि इस बार अमावस्या तिथि 2 दिन होने के कारण दीपावली की तारीख को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही।अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर सोमवार को शुरू होकर 21 अक्टूबर मंगलवार शाम तक रही जिससे लोगों में लक्ष्मी पूजन के सही दिन को लेकर कन्फ्यूजन बना रहा , क्योंकि लक्ष्मी पूजा अमावस्या पर होती है।
ज्योतिषाचार्यो का मत भी भिन्न रहा लिहाज़ा देश के तमाम हिस्सों में 20 अक्टूबर को तो वहीं कुछ जगहों ( शहरों ) में मंगलवार 21 अक्टूबर को दीपावली हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।