गोंदिया। सात चरणों में देशभर के 543 लोकसभा सीटों पर डाले गए वोटो की गिनती आज 4 जून मंगलवार सुबह 8:00 बजे से शुरू हो चुकी है।
इसी के साथ ही गोंदिया भंडारा लोकसभा चुनाव के रूझान भी आने शुरू हो चुके हैं , शुरुआती वोटो की गिनती से ही भाजपा (महायुति ) उम्मीदवार सुनील मेंढे छोटी-छोटी बढ़त बनाए हुए हैं।
वहीं महाविकास आघाड़ी उम्मीदवार प्रशांत पडोले के लिए अभी 14 राउंड तक ज्यादा खुशी की खबर नहीं है। तमाम वादों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने घोषणा पत्र जारी किया था।
क्या मोदी रथ पर सवार भाजपा उम्मीदवार सुनील मेंढें का आगाज़ इसी तरह अंजाम में तब्दील होगा यह देखना दिलचस्प रहेगा।
बता दें कि चुनाव आयोग ने पारदर्शी मतगणना प्रक्रिया का आश्वासन दिया है , भंडारा स्थित मतगणना केंद्र पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच डाक मतों ( पोस्टल बैलेट ) की गिनती के साथ मतगणना का काम शुरू हुआ , वोटो की गिनती का दो तिहाई सफर खत्म होने के बाद रुझानों में बीजेपी सिर्फ़ 317 वोट से पीछे आगे चल रही है।
महा विकास आघाड़ी ( कांग्रेस , एनसीपी शरद , शिवसेना उद्धव ) ने किसी चेहरे , किसी नारे , घोषणा पत्र , विचारधारा और मुफ्त की रेवड़ियों के बूते मोदी को हराने तथा गोंदिया भंडारा सीट फतह करने की उम्मीद बांधी , विपक्ष नेताओं को क्या सफलता मिलेगी ? या फिर प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले की हालत उसे पुराने जमीदार जैसी होगी जिसके हाथ से उसके गृह जिले भंडारा की सियासी जमीन खिसक जाएगी इसका फैसला आज शाम तक कंप्लीट रिजल्ट आने के बाद हो जाएगा।
बहरहाल आखिरी राउंड के वोटों की गिनती तक भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के कार्यकर्ता उस उम्मीद को संभाले रखे हुए हैं कि कुछ करिश्मा होगा ?
हाथ मिल गए पर दिल नहीं, राजनीति में गलाकाट होड़
दिल मिले ना मिले , हाथ मिलाते रहो ? कुछ इसी तर्ज पर राज्य की राजनीति में भाजपा , एनसीपी अजीत और शिवसेना शिंदे साथ साथ है।
गोंदिया भंडारा जिले की राजनीति में गला काट होड़ चलती रहती है , भविष्य में चुनौती पेश करने वाले को पहले निपटाया जाता है यही काम एनसीपी ने किया , टिकट NCP को नहीं तो परिणय फुके को भी नहीं , सुनील मेंढे चलता है।
इस तरह मित्र दल के दबाव में , वफादार विकल्पों की तलाश कर रही भाजपा ने फिर सुनील मेंढ़े को टिकट थमा दिया किंतु रिपीट उम्मीदवार का यह पार्टी निर्णय जनता को पसंद नहीं आया और इसका परिणाम यह हुआ कि ओबीसी , दलित , मुस्लिम का वोट खिसककर कांग्रेस में चला गया और इसी वोट बैंक के बूते कांग्रेस , गोंदिया भंडारा लोकसभा के किले में सेंध लगाने में जुटी है।
15 राउंड की गिनती तक कांग्रेस उम्मीदवार प्रशांत पडोले यह भाजपा के उम्मीदवार सुनील मेंढे को चुनौती देने की स्थिति में है , अब तक के मतगणना रुझानों के तेवर के हिसाब से तो ऐसा दिखाई देता है लेकिन यह जोरदार पकड़ आखिरी राउंड तक बनी रहेगी क्या ? अगर ऐसा होता है तो यह भाजपा के लिए खतरे की घंटी है।
15 वें राउंड तक के मतों की गिनती में सुनील मेंढे के 141209 वोटों के मुकाबले , कांग्रेस के प्रशांत पडोले को 141526 मत प्राप्त हुए हैं और हार जीत को लेकर दोनों ही प्रत्याशियों के बीच कड़ा संघर्ष जारी है।
बता दें कि कांग्रेस के उम्मीदवार प्रशांत पडोले यह सुनील मेंढे से 317 वोटो से आगे चल रहे हैं यह बढ़त कोई बहुत बड़ी बढ़त नहीं है और दोनों ही उम्मीदवारों में कांटे की टक्कर बनी हुई है।
विशेष उल्लेखनीय के महायुति के भाजपा उम्मीदवार सुनील मेंढे के चुनाव प्रचार में देश के गृहमंत्री अमित शाह , भाजपा पार्टी अध्यक्ष जे.पी नड्डा , उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस , केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी , पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल आदि दिग्गज नेताओं ने सभाएं ली थी जबकि प्रशांत पडोले के चुनाव का मोर्चा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने संभाल रखा था , कांग्रेस की एक ही बड़ी प्रचार सभा हुई जिसे राहुल गांधी ने संबोधित किया था।
अगर गोंदिया भंडारा में कोई बड़ा उलटफेर होता है तो यह मौजूदा केंद्र सरकार के लिए बड़ा झटका होगा , और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पाटोले की राजनीति के लिए संजीवनी साबित होगा , क्योंकि अपने गृह जिले में उनकी साख दांव पर लगी है।
रवि आर्य