अदालत में कमजोर चार्जशीट दाखिल करने के लिए स्वीकारी 5000 की रिश्वत
गोंदिया: खाकी वर्दी धारण करने से पहले उसने यह शपथ खाई थी कि, मैं कानून की रक्षा करूंगा तथा मुजरिमों को सख्त सजा मिले इसके लिए मामले की सही तहकीकात कर पुख्ता चार्जशीट अदालत में दाखिल करूंगा ताकि मुजरिम को उसके किए गुनाह की उचित सजा मिले, लेकिन यह क्या? इसने तो चंद सिक्कों की खनक के आगे अपना ईमान ही बेच डाला और थाने में दर्ज एफआईआर के इन्वेस्टिगेशन का जिम्मा मिलते ही उसने अपने लोकसेवक पद का दुरूपयोग करते हुए मुजरिम को थाने बुलाया और कमजोर केस डायरी बनाकर अदालत में पेश करने की बात कहते 5 हजार रिश्वत की डिमांड रख दी, लेकिन यहां मुजरिम, फौजदार से भी अधिक चालाक और चतुर निकला तथा उसने सहायक उपनिरिक्षक को 5000 रूपये घूस की रकम स्वीकारने अपने घर बुलाया और एसीबी के द्वारा रंगेहाथों पकड़वा दिया।
रक्षक से भक्षक की भूमिका में आए गोंदिया ग्रामीण थाने के सहायक उपनिरीक्षक शब्बीर अहमद शेख (57) को आज 30 अगस्त शुक्रवार के दोपहर भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग टीम ने 5000 कू घूस लेते पंच गवाहों के समक्ष धरदबोचा। अब गिरफ्तार सहायक फौजदार पर उसी ग्रामीण थाने की स्टेशन डायरी में जुर्म दर्ज किया गया है जिस थाने में बैठकर कभी वह ठसक दिखाया करता था।
मामला कुछ यूं है कि, 17 अप्रैल 2019 की रात शहर से सटे फुलचुरपेठ इलाके में एक शादी के रिसेप्शन के दौरान दो गुटों के बीच मामूली बात को लेकर फसाद छिड़ गया था जिसकी परिणिती हथियारों से हमले के तौर पर सामने आई।
पुलिस ने 49 वर्षीय सहायतानगर, फुलचूरपेठ निवासी फिर्यादी की शिकायत पर 4 आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था तथा इस प्रकरण की जांच का जिम्मा सहायक उपनिरीक्षक शब्बीर शेख को सौंपा गया। इसी केस के सिलसिले में सपोउपनि शेख ने आरोपी को थाने में बुलाते कहा- तुम्हारे 2 भाई, बेटे और तुम्हारे खिलाफ दर्ज मामले में कोर्ट से तुम्हें छुटने में मदद मिल सकती है, एैसा केस मैंने तैयार किया है लेकिन इसके लिए 5 हजार रूपये देने होंगे, यह कहकर 5 हजार रूपये रिश्वत की डिमांड कर दी।
शिकायतकर्ता रिश्वत देने का इच्छुक नहीं था जिसपर उसने 29 अगस्त को भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग के गोंदिया दफ्तर पहुंच शिकायत दर्ज करा दी। एसीबी टीम ने जांच पश्चात आज 30 अगस्त को जाल बिछाया और शिकायतकर्ता के घर पर सफल कार्रवाई करते हुए सपोउपनि शब्बीर शेख (57) इसे 5 हजार रूपये रिश्वत की रक्कम स्वीकार करते पंच गवाहों के समक्ष रंगेहाथों पकड़ा गया।
इस संदर्भ में अब घूसखोर सपोउपनि शेख के खिलाफ ग्रामीण थाने में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून 1988 के सुधारित अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक श्रीमती रश्मी नांदेडकर, अप्पर अधीक्षक राजेश दुद्दलवार (एसीबी नागपुर) के मार्गदर्शन में पुलिस उपअधीक्षक रमाकांत कोकाटे, पुलिस निरीक्षक शशिकांत पाटिल, सफौ विजय खोब्रागड़े, शिवशंकर तुमड़े, पो.ह. राजेश शेंद्रे, प्रदीप तुलसकर, नापोसि रंजित बिसेन, नितीन रहांगडाले, राजेंद्र बिसेन, दिगंबर जाधव, मनापोसि वंदना बिसेन, गीता खोब्रागड़े व चालक नापोसि देवानंद मारबते आदि ने की।
गौरतलब है कि, भ्रष्टाचारियों के लिए कर्दनकाल बन चुके एसीबी विभाग ने कल जिला परिषद के बांधकाम विभाग से 2 महिला कर्मचारियों को घूस लेते पकड़ा था। आज एक सहायक उपनिरीक्षक नप गया। दना-दन कार्रवाई से घूसखोरी में विश्वास रखने वाले कर्मचारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।
रवि आर्य