गोंदिया। अगर आप भी प्रशासकीय इमारत के लिफ्ट का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके लिए है। 29 जुलाई के दोपहर 2:30 बजे नई प्रशासकीय इमारत में आवश्यक कामकाज के सिलसिले में गए 8 लोग सेकंड फ्लोर से ग्राउंड फ्लोर आने के लिए लिफ्ट में सवार हो गए और इसी दौरान आते आते लिफ्ट अचानक पहली मंजिल और तल मंजिल ( ग्राउंड फ्लोर ) के बीच ही रुक गई।
लिफ्ट में कोई लिफ्ट मैन नहीं था लिहाज़ा बीच में लिफ्ट रुकने से लिफ्ट में सवार आठ लोग फंस गए , तत्काल मदद हेतु मोबाइल से कॉल करने लगे लेकिन भीतर नेटवर्क काम नहीं कर रहा था , लिफ्ट में कोई हरकत ना देखकर इमरजेंसी बटन दबाया तो सायरन भी काम नहीं कर रहा था , लिफ्ट का फैन भी बंद था बताया जा रहा है कि फंसे हुए लोगों में दो महिलाएं भी शामिल थी।
इस दौरान डरे ओर सहमे 8 लोगों को सांस लेने में तकलीफ महसूस होने लगी , जोर-जोर से चीखने और आवाज लगाने पर भी जब मदद नहीं मिली तो पसीने छूटने लगे और घबराहट होने लगी , इस 6 मिनट के खौफनाक मंजर के दौरान दौरान घबराहट की स्थिति में जोर-जोर से सांस लेने लगे।
हताश परेशान होकर इनमें से कुछ ने जिगर दिखाया और लिफ्ट के दरवाजे को जोर से खोलने का प्रयास किया और लिफ्ट और दीवाल के बीच बने संकरे जगह से छलांग लगा दी , 5 से 6 फीट ऊंचाई से कूदने के बाद जैसे तैसे मशक्कत कर वे बाहर आए और इसके बाद बाकी फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
मौत के साक्षात दर्शन कर लौटे गोंदिया जिला बारबर एसोसिएशन के अध्यक्ष वासुदेव डी भाकरे ने अब इस मामले को लेकर गोंदिया जिलाधिकारी प्रजीत नायर तथा गोंदिया के विधायक विनोद अग्रवाल को लिखित शिकायत का ज्ञापन दिया है , एक लिखित शिकायत पत्र लेकर वह स्वयं गोंदिया उप विभागीय अधिकारी ( एसडीओ ) मैडम से जाकर मिले तथा ज्ञापन सौंप आप बीती सुनाई जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीओ मैडम ने तुरंत लिफ्ट मैन को बुलाया जिस पर उन्होंने अपनी सफाई देते कहा- मैडम उस दिन मैं छुट्टी पर था ? आरोप है कि रखरखाव ठीक से नहीं होने से लिफ्ट में तकनीकी खराबी आई तथा लिफ्ट मैन ( सुरक्षा गार्ड ) अधिकांश दिन उपस्थित ही नहीं रहते , एसडीओ मैडम को सौंपे गए पत्र में कहा गया कि- आप जिम्मेदार अधिकारी है किसी की जान जा सकती है कृपया लिफ्ट की इस तकनीकी खराबी को युद्ध स्तर पर दुरुस्त करें तथा कर्तव्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी के खिलाफ भी निलंबन जैसी कार्रवाई की जाए।
रवि आर्य