Published On : Mon, May 18th, 2020

गोंदिया: कुएं में गिरे 2 भालूओं को बचाया

नर ओर मादा भालू को सुरक्षित बाहर निकाला और जंगल में छोड़ दिया

गोंदिया : भीषण गर्मी का दौर शुरू होते ही गोंदिया जिले के जंगल वन परिक्षेत्र में स्थित कृत्रिम जलाशय,झरने , तालाब सूख जाते हैं नतीजतन पेयजल की तलाश में वन्यजीव गांव और शहरों का रुख करते हैं। ऐसा ही एक वाक्या आज 18 मई को सालेकसा तहसील में जांभड़ी में सामने आया।
गांव के पास एक किसान के खेत में स्थित बिना मुंडेर वाले कुएं में तड़के 4 बजे के आसपास 2 भालू गिर गए।

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जिस कुएं में यह हादसा घटित हुआ उसमें ज्यादा पानी मैजुद नहीं था। भालूओं के शोर की आवाज़ से खेत परिसर का इलाका गूंज उठा।
सुबह सवेरे अपने खेत की ओर जा रहे हैं किसानों ने आवाज सुनी और कुएं में गिरे दो भालूओं की जानकारी सालेकसा वन रेंज अधिकारी इलमकार को दी।

रैपिड एक्शन फोर्स ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
वन परिक्षेत्र अधिकारी इलमकर और वन कर्मियों ने तुरंत मौके पर पहुंच कर निरीक्षण किया। तत्पश्चात गोंदिया वन विभाग के उपवन संरक्षक एस.युवराज के आदेश पर नवेगांव-नागझिरा टाइगर रिजर्व रैपिड एक्शन फोर्स ओर वन विभाग, इन दोनों टीमों ने घटनास्थल का रुख किया तथा किसान के खेत के कुएं में गिरे नर और एक मादा भालू को बचाने हेतु आज दोपहर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया ।

कुएं के भीतर सिढ़ी और अन्य राहत बचाव के उपकरण डाले गए जिससे दोनों भालू सुरक्षित बाहर आ गए और उन्हें पिंजरे में कैद कर वापस घने जंगल में छोड़ दिया गया। इस बचाव अभियान में कोई हताहत नहीं हुआ और दोनोें भालू भी घायल नहीं हुए ।

इस रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलतापूर्वक बचाव कृति दल के डॉ.खोडसकर , देवरी पशुवैद्यकीय अधिकारी डॉ.वराडपांडे इनकी उपस्थिति में अभियान को यशस्वी बनाया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन को सालेकसा फारेस्ट रेंज ऑफिसर ए.बी इलमकर के नेतृत्व में दो टीमों ने केवल चार घंटों में सफलतापूर्वक पूरा किया।

ग्रामीणों ने दोनों भालूओं को कुएं से सुरक्षित निकालने और उनकी जान बचाने के लिए वन विभाग की प्रशंसा की।

रवि आर्य

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