नागपुर: शहर पुलिस को सौ नंबर पर सुबह 11 बजे सूचना मिली कि एक युवती फुटाला तालाब में डूब रही है। नियंत्रण कक्ष से सूचना अंबाझरी थाने को दी गयी, लेकिन जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो उन्हें मालूम हुआ कि डूबती हुयी युवती को उसके दो दोस्त तालाब निकालकर बाहर ले आए और फिर स्विफ्ट कार में युवती को डालकर चलते बने।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सोमवार की सुबह 10 बजे के आसपास एक युवती अपने दो युवक दोस्तों के साथ फुटाला तालाब परिसर पहुंची। वहां वे तालाब के किनारे बनी सुरक्षा दीवार पर चढ़कर बैठ गए और गपशप करने लगे। अचानक शोरगुल होने पर लोगों ने देखा कि युवती डूब रही है और उसके दोनों युवक दोस्त उसे बचाने के लिए तालाब में कूद गए हैं। थोड़ी देर बाद दोनों युवक उस युवती को लेकर बाहर निकले। युवती घबरायी हुई थी। तीनों उसी स्विफ्ट कार में बैठाकर चलते बने, जिसमें बैठ कर वे वहां तफरीह के लिए आए थे।
क्योंकि इस बीच सौ नंबर पर पुलिस को फोन कर सूचना दे दी गयी थी, इसलिए वहां जमा लोगों ने दोनों युवकों और उस युवती को पुलिस के आने तक रोकने की कोशिश की, लेकिन वे तीनों यह कहकर चलते बने कि वे जरीपटका क्षेत्र के निवासी हैं और वे अपने घर ही जा रहे हैं। उन तीनों के जाने के कुछ ही देर में पुलिस वहां पहुंची, तो प्रत्यक्षदर्शियों ने सारे घटनाक्रम से पुलिस को परिचित कराया।
पुलिस टीम ने तुरंत जरीपटका पुलिस स्टेशन को घटना की सूचना देकर अनुरोध किया कि यदि उनके पास किसी युवती के डूबने से बचने और फिर उपचार कराने की सूचना आती है तो वे अंबाझरी थाने को भी सूचित करें।
आम तौर पर फुटाला तालाब परिसर में इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि युवती खुद पानी में कूदी थी या फिर दुर्घटनावश वह गिर गयी थी या कि उसके दोस्तों ने ही पहले उसे पानी में फेंक और फिर बचा लिया। मामले की जांच अंबाझरी के थानेदार अतुल सबनीस कर रहे हैं।