Published On : Sat, Sep 17th, 2022

350 करोड़ से रखी जाएगी ‘नए नागपुर’ की नींव

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– उपमुख्यमंत्री ने DPR तैयार करने का निर्देश दिया

नागपुर – नए नागपुर की संकल्पना कई सालों से ठप पड़ी थी. लेकिन, शहरी विकास विभाग ने हाल ही में संकेत दिया कि इस संकल्पना को पूर्ण करने का रास्ता साफ हो गया है। नागपुर महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (NMRDA) के 1 हजार 353 करोड़ के विकास कार्यों को शहरी विकास विभाग ने मंजूरी दे दी है। इसमें एक हजार किलोमीटर से अधिक की जल वाहिनी और सीवेज लाइनों का जाल बिछाया जाएगा। माना जा रहा है कि इसी विकास कार्य से नए नागपुर की नींव रखी जाएगी।

पिछले कुछ वर्षों में नागपुर शहर का काफी विकास हुआ है। शहर की सीमा पर बेसा,बेलतरोड़ी,पिपला,बहादुर,कामठी,कोराडी,वाडी,हिंगाना,बुटीबोरी जैसे छोटे शहरों और गांवों का भी शहरीकरण कर दिया गया है। इसलिए नए नागपुर को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है। कई वर्षों से चली आ रही यह चर्चा अब प्रशासनिक स्तर पर वास्तविक कार्रवाई में तब्दील होती दिख रही है। NMRDA की स्थापना तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शहर के आसपास के गांवों और देहातों के नियोजित विकास के लिए की थी।

NMRDA क्षेत्र में करीब 750 गांव शामिल किये गए हैं। NMRDA ने इस क्षेत्र में निर्माणकार्य सम्बन्धी नियमों को लागू किया है। अब एनएमआरडीए आयुक्त मनोज कुमार सूर्यवंशी ने इस क्षेत्र के विकास के लिए भी कदम उठाए हैं। हाल ही में शहरी विकास विभाग की प्रमुख सचिव सोनिया सेठी नागपुर आई थीं। उन्होंने शहर के विकास को लेकर बैठक की थी। केंद्र सरकार की अमृत-2 योजना के तहत NMRDA के ‘सेक्टर साउथ बी’ सेक्टर में शामिल 13 गांवों और एनएमआरडीए के ‘ईस्ट ए’ सेक्टर में शामिल 11 गांवों में विकास कार्यों को मंजूरी दी गई है. इस परियोजना से 81 वर्ग किमी क्षेत्र के नागरिकों को लाभ होगा।

इस परियोजना के तहत ‘साउथ बी सेक्टर’ में 565.25 करोड़ जलवाहिनी का जाल बिछाया जाएगा। कुल 565 किलोमीटर जलवाहिनी का जाल बिछाया जाएगा। ‘साउथ-बी’ में 220.90 करोड़ और ‘ईस्ट ए’ में 344.36 करोड़ खर्च होंगे। इसके अलावा ‘सीवेज लाइन’ का जाल के विस्तार के लिए 788.87 करोड़ रुपये की परियोजना भी है। दो ‘सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट’ के साथ 522 किलोमीटर लंबी ‘सीवेज लाइन’ का निर्माण किया जाएगा। इसमें से 220 किमी सीवेज लाइन ‘साउथ बी’ में और 302 किमी ‘ईस्ट ए’ में बनाई जाएगी।

8.5 लाख लोग लाभान्वित
सेक्टर ‘साउथ बी’ और ‘ईस्ट ए’ में कुल 24 गांव शामिल हैं। 81 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में सीवेज और जलवाहिनी का जाल फैलाया जाएगा। इस परियोजना से इस क्षेत्र के 8 लाख 50 हजार नागरिकों को लाभ होगा। उल्लेखनीय यह है कि इस क्षेत्र में सड़क निर्माण का काम शुरू कर दिया गया है। इसलिए, इस क्षेत्र में एक बड़ा आवासीय क्षेत्र बनाया जाएगा और यह नागपुर के प्रमुख शहर में भीड़ को कम करने में भी मदद करेगा।

सेक्टर दक्षिण – बी : बेसा, बेलतरोड़ी, पिपला, घोगली, हुडकेश्वर खुर्द, शंकरपुर, गोतलपंजरी, घरहरी, रुई, वरोदा, पंजरी, किरानापुर, कन्हनलगांव नामक गांव को शामिल किया गया हैं।

सेक्टर ईस्ट-ए : पांढुर्ना, तरोदी खुर्द, तरोड़ी बुजुर्ग, बिडगांव, कपसी खुर्द, पोवारी, अदयाली, विहिरगांव, गोनी सिम, खरबी, बहादुर नामक गांव का समावेश किया गया हैं.

एनएमआरडीए सभापति मनोज कुमार सूर्यवंशी के अनुसार उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस परियोजना के लिए विस्तृत योजना(DPR) तैयार करने के निर्देश दिए थे। अमृत-2 योजना के तहत नगर सीमा पर एनएमआरडीए क्षेत्र में सीवेज लाइन एवं जलवाहिनी की परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई जो नए नागपुर की नींव होगी। नवंबर तक तकनीकी स्वीकृति और धनराशि का प्रावधान भी किया जाएगा।