Published On : Sat, May 13th, 2017

गाइड यूनियनों की हड़ताल से चरमराया वन पर्यटन

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नागपुर
: महाराष्ट्र राज्य अभ्यारण्य गाईड यूनियन की ओर से 13 व 14 मई को पुकारी गई हड़ताल के पहले दिन सभी वन्जीव अभ्यारण्यों और टाइगर रिजर्वों में असर देखा गया। करीब 450 गाइड यूनियन के बैनर तले हड़ताल पर रहे। उमरेड करांडला वन्यजीव अभ्यारण्य से लेकर नवेगांव नागझिरा बाघ परियोजना, बोर बाघ परियोजना व जंगल सफारी, पेंच बाघ परियोजना, ताड़ोबा अंधारी बाघ परियोजना, टीपेश्वर, मेलघाट बाघ परियोजना आदि वन पर्यटन के सभी प्रमुख गेटों पर गाइड हड़ताल पर रहे।

इससे परिसर में पहुंचनेवाले पर्यटक या तो बिना गाइड के ही पर्यटन करते रहे या गाइड के आभाव में बिना जंगल सफारी किए ही लौट गए। बता दें कि बिना गाइड के जंगल सफारी अधूरा रहता है। जंगल के भीतर पाए जानेवाले वन्यजीवों के अलावा परिसर में पाए जानेवाले पेड़ पौधों से लेकर पक्षियों और तितलियों आदि की भी जानकारी पर्यटकों को देते हैं।

गाइड के बिना कई पर्यटक शनिवार को अभ्यारण्यों से लौट गए। बता दें कि स्कूलों को लगी छुट्टी के दौरान शनिवार और रविवार के वीकेंड में जंगल सफारी के लिए बड़े पैमाने पर लोग वन पर्यटन के िलए पहुंचते हैं। लेकिन गाइड यूनियन की हड़ताल को देखकर वन विभाग ने इसे अवैध हड़ताल तक करार देने की कोशिश की। बावजूद इसके बड़ी संख्या में गाइड यूनियनों ने हड़ताल को पहले दिन यशस्वी बनाया। दूसरे दिन अर्थात रविवार को भी यह हड़ताल जारी रहेगी। यूनियन से वन विभाग की ओर से अब तक बातचीत की कोई पहल नहीं की गई है।