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नागपुर: शहर में इन दिनों मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है. जिससे निपटने के लिए उपाय योजनाओं के नाम पर मनपा नागरिकों में जनजागृति लाने के लिए कई उपक्रम चला रही है. जिसके तहत स्कूलों में कार्यशालाओं के आयोजनों के माध्यम से मच्छरों की पैदावार बढ़ाने वाले लार्वा को नष्ट करने, घरों में खुले बर्तनों में पानी जमा ना होने देने आदि की सूचनाएं दी जा रही हैं.
इस बारे में सावधानी बरतने के लिए भी अपील की जा रही है. साथ ही गणेश उत्सव के दौरान सभी जोन के मशहुर गणेश मंडलों में भी मौसमी बीमारियों से बचाव को लेकर जनजागृति से संबंधित फलक लगाने की तैयारी की गई है. नियमित साफ-सफाई के अभाव में शहर के कई क्षेत्र में जलजमाव की स्थिति आन पड़ी है. जिससे मच्छर व मक्खियों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. साथ ही कई इलाकों में पीलिया, डेंगू, मलेरिया जैसी घातक बीमारियां पैर पसार रही हैं.
शहर में जनवरी से अगस्त के दौरान डेंगू के 17, मलेरिया के 6 तथा हाथीपांव (फाइलेरिया) का एक मामला सामने आया है. मनपा संसर्गजन्य रोग व हाथीपांव विभाग प्रमुख जयश्री थोटे ने बताया कि हाथीपांव के लक्षण का मामला गांधीबाग जोन के तहत सामने आया है. इसी प्रकार शहर भर में करीब 709 हाथीपांव के मरीजों का उपचार लिए जानेकारी भी उन्होंने दी. इससे बचाव के लिए शहर में फागिंग मशीन के साथ ही हाथ से दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. इसके अलावा स्कूल व सार्वजनिक स्थलों पर मौसमी बीमारियों के प्रकार व बचाव के बारे में भी अवगत कराया जा रहा है. जुलाई माह में सभी 10 जोन अंतर्गत करीब 76 हजार 844 घरों की जांच की गई. जिसमें 780 दूषित स्थान पाए जाने पर उपाय योजनाएं की गई थीं. बावजूद इसके बीमारियां कम नहीं हो पा रही हैं.