मध्य प्रदेश के रतलाम स्टेशन पर मेघनगर से नागपुर ले जाए जा रहे 59 बच्चों को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने ट्रेन से उतारा और उनसे पूछताछ की. सभी बच्चों की उम्र 12 साल से कम है.
पुलिस ने इन बच्चों को लाने वाले सात लोगो को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ शुरू कर दी है.
इन लोगों का कहना है कि ये सभी बच्चे थांदला के निजी स्कूल के हैं जिन्हें समर कैंप के लिए नागपुर ले जा रहे थे.इस मामले को धर्मांतरण और ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जोड़कर भी देखा जा रहा है. हालांकि पुलिस इस बात से इनकार कर रही है.
चाइल्ड लाइन की शिकायत पर रविवार की शाम आरपीएफ ने यह कार्रवाई की. इन सभी बच्चों को सेमिनार में शामिल करने के लिए नागपुर ले जाया जा रहा था. ये सभी बच्चे झाबुआ और आसपास के क्षेत्र के रहने वाले हैं और दाहोद-उज्जैन पैसेंजर से रतलाम स्टेशन पहुंचे थे.
यहां हिंदू संगठन के लोगों को भनक लगी तो उन्होंने चाइल्ड लाइन और आरपीएफ पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद इन बच्चों से पूछताछ कर इन्हें चाइल्ड लाइन को सौप दिया गया.
इन बच्चों को मेघनगर स्टेशन से ट्रेन में बैठाकर रतलाम लाया गया था. यहां से इन्हेें सड़क के रास्ते नागपुर ले जाने की तैयारी थी, रतलाम चाइल्ड लाइन बच्चों की काउंसलिंग कर बच्चों को उनके परिजनों को सौंपने की तैयारी में है. वही हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता इस मामले को धर्मान्तरण करार दे रहे है . जीआरपी और आरपीएफ पुलिस मामले की जांच में जुटी है .
