गड़चिरोली। विविध वारदातों में शामिल एवं 6 लाख रुपए का इनाम घोषित महिला नक्सली उपकमांडर अरुणा उर्फ पुनई देवसिंह नैताम को जिला पुलिस और नक्सल विरोधी अभियान के सीआरपीएफ जवानों के संयुक्त दल ने गिरफ्तार किया. गुप्त जानकारी के आधार पर धानोरा उपपुलिस विभाग अंतर्गत छत्तीसगढ सीमा के कनगडी जंगल परिसर से अरुणा को पकडा गया है.
धानोरा तहसील की कनगडी निवासी नक्सल उपकमांडर अरुणा, उम्र 24 वर्ष नक्सलियों के टिपागढ दलम अधीनस्थ प्लाटून क्रमांक 15 में कार्यरत थी. वह माड एरिया रिजनल स्टॉफ टीम की सदस्य भी थी. पुलिस ने बताया कि वह कंपनी क्रमांक 10 में सेक्शन ए उपकमांडर का दायित्व निभा रही थी. नक्सली उपकमांडर अरुणा के खिलाफ ग्यारापत्ती थाने में विविध 10 धाराओं के तहत गुन्हा दर्ज है. वर्ष 2011 में हुई नारगुंडा मुठभेड, मुरंगल जंगल में वर्ष 2013 में हुई मुठभेड समेत छत्तीसगढ में भी हुई कई वारदातों में उक्त नक्सली शामिल थी.
पुलिस ने दावा किया कि कई गंभीर अपराध और वारदातों में नक्सली अरुणा का सहयोग रहा. उस पर हत्या के भी इल्जाम हैं. नक्सली कंपनी में उसका ओहदा और उसकी गतिविधियों को देखते हुए पुलिस ने उस पर 6 लाख रुपए के इनाम की घोषणा भी की थी. कल वह अपने ही पैतृक गांव के जंगल परिसर में होने की गुप्त जानकारी के आधार पर पुलिस ने उसे जाल बिछाकर गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने दावा किया कि अरुणा की गिरफ्तारी से नक्सली आंदोलन को बडा झटका लगा है.