Published On : Wed, Jan 10th, 2018

खामला में हुआ साधुओं का सत्कार, उमड़े सभी सिंधी बंधू

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नागपुर: महामंडलेश्वर स्वामी हंसराज साहिब उदासीन भीलवाड़ा का स्वागत खामला सिंधी कॉलोनी मैं श्री जयराम दास उदासी दरबार आए श्री स्वामी हंसराज साहब वह अखिल भारतीय सिंधु साधु संत का खामला में भव्य स्वागत समारोह रखा गया था. महामंडलेश्वर स्वामी हंसराज साहब व अखिल भारतीय सिंधु साधू संतों का खामला के सभी नागरिकों द्वारा स्वागत किया गया. यह स्वागत समारोह उदासी दरबार में चल रहे भागवत कथा के निमित्त आयोजित किया गया था. जिसमें उदासी परिवार की दीदी पुष्पा उदासी, राधा उदासी, आशा उदासी, संजय उदासी व समस्त उदासी परिवार व उनके सेवादारी परिवारों ने भी मिलकर सभी संतों व साईं हंसराज साहब का स्वागत किया.इसके बाद उनके प्रवचन सुनें. पूरे खामला सिंधी कॉलोनी का भ्रमण सभी साधू संतों ने किया. जगह जगह पर सभी संतों का स्वागत हुआ. शाम 7:00 बजे स्वागत समारोह शुरु हुआ सर्वप्रथम श्री स्वामी हंसराज साहेब का स्वागत भाजपा व्यापारी आघाड़ी के कोषाध्यक्ष विनोद जेठानी, अशोक जेठानी ने किया. स्वागत का सिलसिला यूं ही चलता रहा. उदासी परिवार ने सभी संतों का स्वागत किया.


घनश्याम राम चंदानी, नारायण आहूजा, दिलीप मंदरानी, राजकुमार मंशानी, मोहन चावला, अनिल गाजरानी, शंकरलाल भटेजा, मनोज परसवानी, सुंदरदास गुरबाणी, अशोक छतानी, द्वारका मंगानी, प्रकाश शर्मा, नरेश शर्मा, राजू थदानी, गोपाल खुशालानी, रमेश नाथानी, गिरधर जेठानी, लड्ढाराम धामेंजा, राजकुमार शंभूवाणी, कटियार सर, साधवाणी, सन्मुख आहूजा, राजू गंगवानी, सीधु वासवानी, अनिल गाजरानी, दिलीप बालानी, सुंदर छतानी ने बारी-बारी सभी संतों का स्वागत किया और पूज्य सिंधी पंचायत महिला मंडल द्वारा भी सभी संतों का स्वागत किया. विनीता चैनानी, कांता रेवतानी, मधु आहूजा, संगीता मंगरानी, वंदना लालवानी, मानसी जेठानी, लता भाग्या, रानी आहूजा, दीपा आहूजा, पूजा शर्मा, श्रीमति पंजवानी, ज्ञानी बाई जेठानी, वर्षा तोलानी ने स्वागत किया.


इस समागम के आयोजन के लिए सभी संतों ने उदासी परिवार व पुष्पा दीदी उदासी का धन्यवाद किया और सभी संतों ने उन्हें सम्मानित किया. संतों द्वारा अपने उद्धबोदन में कहा कि अपनी सभ्यता व अपनी संस्कृति को कभी ना भूलें. अपनी भाषा जो मातृभाषा है उसे नष्ट ना करें और सिद्धांतों पर चलें. आने वाली पीढ़ी को हमेशा अपनी राष्ट्रभाषा अपनी संस्कृति समझाएं. उन्हें आदर्श पर चलाएं. इसी स्वागत के उपरांत महालंगर का आयोजन किया गया. लंगर की सेवा विनोद जेठानी व महिला मंडल द्वारा की गई थी.