Published On : Sat, Aug 4th, 2018

लड़खड़ाती परिवहन व्यवस्था पर गडकरी की समझाइश व फटकार

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नागपुर: मनपा द्वारा संचालित शहर बस सेवा शहर के आम नागरिकों के लिए ही है. शहर के नागरिकों के लिए एक अहम सुविधा है इसलिए बिना नफा – नुकसान का विचार किए इसे शहर के सभी मार्गों पर चलाया जाना ही चाहिए. ग्रीन बस का किराया अत्याधिक होने से आम यात्री सफर करने से कतरा रहे हैं. इसका भी किराया आम नागरिकों की जेब को ध्यान में रख वर्तमान किराए से कम करना चाहिए. उक्त विचार केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कल शाम मनपा प्रशासन,पदाधिकारी सह ठेकदारों के संयुक्त शिष्टमंडल के समक्ष व्यक्त किया.

गडकरी की सलाह पर शहर बस सेवा के इस्तेमाल कर्ताओं में बढ़ोत्तरी हेतु जल्द ही मनपा प्रशासन रेड व ग्रीन बस का किराया कुछ समय के लिए एक समान कर बाद में ग्रीन बस का किराया मामूली बढ़ा देगी. कुछ माह से ग्रीन बस बंद होने की जानकारी हिचकोले खा रही थी, जिस पर पूर्ण विराम लगाते हुए गडकरी ने जानकारी दी कि दोनों बसों का नियमित संचलन आम नागरिक हित में जारी रहेगा. इसके लिए व्यर्थ ख़र्चों को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए, जो आज तक मनपा में नहीं हुआ. ग्रीन बस का भुगतान के साथ जीएसटी का समस्या जीएसटी आयुक्त से शीघ्र चर्चा कर दूर करें.

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गडकरी ने प्रशासन को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द रेड बस संचालकों का बकाया भुगतान किया जाए. जब इन्हें मासिक भुगतान नहीं देंगे तो फिर ये बसों में ईंधन-वेतन कहाँ से जुगाड़ करेंगे. इस पर प्रशासन ने गडकरी को आश्वस्त किया कि जल्द ही वे निधि की व्यवस्था संभवतः एक लोन ले रहे हैं, इसके प्राप्त करते ही इनका बकाया चुकता कर दिया जाएगा.

गडकरी ने डिम्ट्स को भी ताकीद किया कि वे अपनी जिम्मेदारी का भलीभांति निर्वाह नहीं कर रहे,परिवहन सेवा में बस चालक व कंडक्टर ही चोरी कर चूना लगते हैं, यह रोकना डिम्ट्स की जिम्मेदारी है.

बैठक में परिवहन व्यवस्थापक पर परिवहन समिति को दरकिनार कर मनमानी करने का आरोप लगने पर गडकरी ने परिवहन व्यवस्थापक को ताकीद दी कि सुधर व संभल जाओ वर्ना सर्विस पर असर पड़ेगा. आज जो जर्जर हालात होने के बाद जो प्रयास कर रहे हैं वे पहले सो रहे थे क्या? अब भविष्य में परिवहन सभापति सह समिति को नज़रअंदाज करना महंगा पड़ सकता है. शीघ्र ही बस से अन्य आय के श्रोत तैयार कर परिवहन विभाग की आर्थिक अड़चन दूर करें.

गडकरी ने सभी ठेकेदारों को आश्वस्त किया कि अगले डेढ़ माह में निधि की व्यवस्था कर मनपा की आर्थिक अड़चन को समाप्त करने के मामले में सभी प्रयासरत हैं.

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