नागपुर: अनुसूचित जाति व नवबौद्ध विद्यार्थियों की बढ़या संख्या के कारण होस्टलों में विद्यार्थियों को जगह नहीं मिल पा रहा है। यही वजह है कि विद्यार्थी इन दिनों विभिन्न परेशानियों से दो चार हो रहे हैं। होस्टल से वंचित रह जानेवाले विद्यार्थियों को लाभ दिलाने के मकसद को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने 10वीं के बाद पढ़ाई करनेवाले विद्यार्थियों के लिए व्यवसायिक के साथ अव्यवसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेश ले चुके अनुसूचित जाति व नवबौद्ध विद्यार्थियों के लिए भोजन,निवास व इतर शैक्षणिक सुविधा इन विद्यर्थियों को उपलब्ध करने के लिए भारतरत्न डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर स्वाधार योजना के तहत निधि देने की व्यवस्था की थी। यह निधि लाभार्थी विद्यार्थियों के बैंक खातों में जमा की जाती है।
इस योजना का लाभ बाहर के विद्यार्थियों को दिया जाता है। विध्यर्थियो के अभिभावक का वार्षिक उत्पन्न ढाई लाख रुपए से ज्यादा नहीं होना चाहिए। साथ ही इसके 10वीं ,12वीं ,स्नातक, स्नात्कोत्तर परीक्षा में 60 प्रतिशत से ज्यादा गुण प्राप्त करना अनिवार्य है। अनुसूचित जाति व नवबौद्ध प्रवर्ग के दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए यह मर्यादा 50 प्रतिशत है। योजना का लाभ उठाने के िलए अावेदन की अंतिम तिथि 23 मार्च तक थी, जो अब 31 मार्च 2017 तक बढ़ा दी गई है। समाज कल्याण विभाग के प्रादेशिक उपायुक्त माधव झोड़ ने कहा कि इससे जुड़ी अधिक जानकारी के िलए संबंधित जिलों के समाज कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त से संपर्क कर विद्यार्थी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
