Published On : Tue, Nov 11th, 2014

बुलढाणा : ज़िले को सूखा घोषित कर सोयाबीन-कपास को गारण्टी भाव दें

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स्वाभिमान शेतकरी संघटना पत्र परिषद में मांग करते हुए बताई किसानों की व्यथा

swabhiman
बुलढाणा।
विदर्भ सहित मराठवाड़ा व खानदेश को सूखा घोषित कर किसानों को प्रति हेक्टेयर 50 हज़ार रूपये नुक्सान भरपाई देनी चाहिए. उसी तरह सोयाबीन को प्रति क्विंटल 6 हज़ार तथा कपास को 9 हज़ार गारण्टी भाव देकर इस वर्ष को राष्ट्रीय सुख के रूप में घोषित किया जाना चाहिए. किसानों को कर्जमुक्त कर बिजली बिल माफ़ करने, स्वामीनाथन समिति की शिफारिश लागू करने की भी मांग स्वाभिमान शेतकरी संघटना ने की है. साथ ही संघठना के प्रदेशाध्यक्ष रविकांत तुपकर ने कहा कि यदि मांगें न मानी गई तो सड़क पर उतर कर तीव्र आंदोलन करेंगे.

यहाँ विश्राम गृह में आयोजित पत्र परिषद को वे सम्बोधित कर रहे थे. अवसर पर जिलाध्यक्ष डॉ. विनायक वाघ, बबनराव चेके, शिवनेकर, कैलाश फाटे, संतोष राजपूत प्रमुखता से उपस्थित थे.

उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष अतिवृष्टि व ओला वृष्टि की वजह से किसानॉ को भरी नुक्सान हुआ था. जिला सहकारी बैंक की खस्ता हाल से कर्ज नहीं मिल सकी. इस वर्ष बारिश की लेटलतीफी से मूंग व उरद की फसल नहीं हुई. इस संकट के बीच खरीफ की फसल ली गई. उसमें भी समस्या हो गई. फिर बारिश ने दगा दे दिया. सोयाबीन कम हुई. जिसमें लगभग 13 हज़ार का खर्च आया. लागत ज़्यादा, उत्पादन कम होने से नुकसान उठाना पद रहा है. वहीं बिजली की लोडशेडिंग से सिंचाई नहीं हो पा रही है. किसानो को ट्रांसफॉर्मर नहीं मिल रहे हैं. जिससे रबी की फसल पर संकट छाया हुआ है. इसलिए उपरोक्त मांगों को सरकार पूरा करे, अन्यथा हमें आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा.