मेलघाट में सीधी भर्ती की डिमांड
धारणी (अमरावती)। गत 8 वर्षों से डीएड के आधार पर सीधी शिक्षक भरती प्रक्रिया बंद होने से यहां के आदिवासी छात्रों का उत्साह भंग हो रहा है . फिलहाल यहां 2 हजार से अधिक छात्र शिक्षक पद पर सीधी भरती प्रक्रिया का इंतजार करते हुए बेरोजगार घुम रहे है. इसके लिए कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष प्रयास केरे. इस मागं को लेकर यहां के कांग्रेस कार्यकर्ता पंकज मोरे के नेतृत्व में बेरोजगार आदिवासियों ने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अशोक चव्हाम को निवेदन दिया है. यदि उनकी मागं शीघ्र पूरी नहीं की जाती है. तो भीख मांगो आंदोलन करते हुए सडक़ों पर उतरने की चेतावनी भी दी गई है.
ग्राफ गिरने पर भी बने डीएड
मोरे का कहना है कि धारणी, चिखलदारा जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्र में आदिवासियों का शिक्षा ग्राफ बहुत नीचे है, लेकिन फिर भी विपरित परिस्थियों को मात कर कई युवा डीएड की शिक्षा लेते है. उनके लिए सीधे नौकरी में भरती की प्रक्रिया बंद होने से ने हतोत्साहित हो रहे है. उनका कहना है कि 2003 से 2008 तक सीधी भरती प्रक्रिया चलाई गई लेकिन उसके बाद से यह प्रक्रिया बंद है. इन 2 हजार बेरोजगारों को बोली भाषा के आधार पर शिक्षणसेवक पद पर नियुक्त किया जाए ऐसी मांग की गई है.