Published On : Mon, Jul 26th, 2021

परियोजना के मुख्य अभियंता अभियंता को बर्खास्त करने की मांग

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– राष्ट्रीय मजदूर सेना ने महानिर्मिती को ज्ञापन सौंपा

नागपुर- महानिर्मिती कोराडी परियोजना के मुख्य अभियंता अनील आष्टीकर को बर्खास्त करने की मांगों को लेकर राष्ट्रीय मजदूर सेना ने प्रबंध निदेशक को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में स्पष्ट किया है कि वेकोलि से कोराडी एवं खापरखेडा विधुत केंद्रों को कोल कन्वेयर सिस्टम के जरिए कोयला आपूर्ति का ठेका है विवादास्पद इंजीनियरिंग कंपनी को दिया गया है।परंतु उक्त कोल बेल्ट निर्माता कंपनी में कार्यरत करीबन एक हजार से भी अधिक ठेका श्रमिकों को उनके हक व अधिकारों से वंचित कर दिया है। राष्ट्रीय मजदूर सेना के जिला सचिव विजय पाटील के अनुसार उसमे से अनेक श्रमिकों के उनका चुकता हिसाब दिये बिना उन्हें काम से बेदखल करवा दिया गया है।इसके अलावा अन्याय ग्रस्त ठेका श्रमिकों को अभि तक कर्मचारी राज्य बीमा निगम (E.S.I.C.) के लाभ से वंचित रखा गया है। जब ठेका श्रमिक बीमार होते है तो का इलाज एवं औषधि खरीदी स्वयं के खर्चे से करना पडा रहा है।

बताते हैं कि विगत 2018 से कार्यरत श्रमिकों को ESIC के अलावा बैंक खाते के माध्यम से न्यूनतम वेतन,वार्षिक बोनस,ओवर टाईम का ‘डबल’ पगार तथा न्यूनतम वेतन के अन्य भत्तों से भी वंचित रखा गया है। कामगार नेता पाटील के मुताबिक इस संदर्भ में अनेक मर्तबा परियोजना के मुख्य अभियंता,मुख्य उद्योग संबंध अधिकारी,श्रम कल्याण अधिकारी तथा महानिर्मिती मुख्यालय के प्रबंध निदेशक तथा महाराष्ट्र शासन मंत्रालय मुंबई के प्रधान ऊर्जा सचिव को भी ज्ञापन की प्रतियां भेजी जा चुकी है।

जिसके अधार पर जांच-पड़ताल की कार्यवाई शुरु हूई। परंतु परियोजना के मुख्य अभियंता की लापरवाही और अदूरदर्शिता के चलते मामला फाइलों में कैद कर दिया गया। जिसे लेकर तमाम श्रमिकों में असंतोष पनप रहा है।नतीजतन राष्ट्रीय मजदूर सेना के जिला सचिव विजय पाटील के नेतृत्व मे प्रतिनिधि मंडल ने परियोजना के मुख्य अभियंता को बर्खास्त करने की मांगों को लेकर महानिर्मिती के प्रबंध निदेशक,ऊर्जा सचिव तथा राज्य के ऊर्जा मंत्री डा नितिन राऊत को ज्ञापन सौंपा है,जिसमें परियोजना के मुख्य अभियंता को बर्खास्त करने की मांग दोहरायी गई है।

राष्ट्रीय मजदूर सेना का तर्कसंगत आरोप है कि अन्याय ग्रस्त श्रमिकों को न्याय दिलाने के वजाय महानिर्मिती के वरिष्ठ अधिकारीगण दोषी मुख्य अभियंता को बचाने मे अपनी ऊर्जा खराब कर रहे है।उन्होंने संबंधित दोषी अधिकारियों पर कार्यवाई न होने पर न्यायालय का दरवाजा खटखटाते की बात कही है।जिसे लेकर महानिर्मिती परियोजना मे हलचल तेज हो गई है।