नागपुर: जंगल के सबसे ताकतवर जानवरों में बाघ को माना जाता है. ये बाघ अपने मूत्र का छिड़काव कर अपना इलाका चयन करते हैं. उनके इलाके में दूसरे बाघ की मौजूदगी को सीधी चुनौती मानते हैं बाघ.
ऐसे में एक इलाके में वर्चस्व की लड़ाई अक्सर होती है. देखने कम ही मिल पाता है. इसी तरह इलाके में वर्चस्व (टेरिटोरियल फाइट) की लड़ाई में आपसी संघर्ष में एक बाघ की मौत हो गई. मामला सिंदेवाही के नवागांव वन परिक्षेत्र में रैनापुर बीट का है.
यहां वन विभाग के अधिकारियों में बाघ की सड़ीगली लाश मिलने से खलबली मच गई. सूचना के आधार पर वन विभाग के अधिकारियों की टीम घटना स्थल पहुंची. बाघ की मौत हुए तकरीबन 10 दिन बीतने का अनुमान है.
बाघों संख्या और प्रजाति बचाने के लिए सरकार नए नए उपक्रम कर रही है वही चंद्रपुर बाघों संबंधित पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है ऐसे में दो बाघों की मौत प्रशासन के साथ साथ पर्यटकों के लिए भी चिंता का विषय बन चुकी है