चंद्रपुर। महाजेनको के सीटीपीएस में निर्माणाधीन यूनिट क्र. 9 के कूलिंग टावर में सोमवार की सुबह करीब 9:00 बजे अचानक आग लगी. हालांकि इस घटना में जानमाल की कोई हानि नहीं हुयी और समय रहते इस पर काबू पा लिया गया. यह आग शार्टसर्किट से लगी या फिर और किसी कारण से यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा.
आग लगने की सूचना मिलते ही सीटीपीएस के आला अधिकारी बीजीआर एनर्जी लि. के अधिकारी मौके पर पहुंचे. महाजेनको के दमकल दल ने तत्काल कूलिंग टावर पर पानी की बौछारे मारकर आग पर काबू पाया. आग की भीषणता को देख चंद्रपुर से दमकल दल भी पहुंच गया था. बीजीआर एनर्जी लि. के एक अधिकारी ने बताया कि पानी को ठंडा करने के लिए ढेर सारे प्लास्टिक की शीट कूलिंग टावर में लगाने का काम शुरू है. इसी शीट में आग लगी. इससे करीब 10 प्रतिशत शीट का नुकसान हुआ.
आग का कारण अज्ञात
बीजीआर से वसूली जाएगी क्षतिपूर्ति यूनिट क्र. 9 के 180 मीटर ऊंचे कूलिंग टावर में लगी आग के कारणों से अनभिज्ञता प्रकट करते हुए सीटीपीएस के मुख्य अभियंता प्रकल्प ने बताया कि कूलिंग टावर में गरम पानी को ठंडा करने के लिए साधारणतः 13 मीटर ऊंचाई पर पीवीसी शीट रखी गई थी. इसमें से एक शीट में सोमवार की सुबह अचानक आग लगी और चारों ओर धुआं नजर आ रहा था. चूंकि आग पीवीसी मेटिरियल में लगी थी इसलिए धुआं अधिक नजर आ रहा था. उन्होंने कहा कि इस नुकसान की भरपाई मे. बीजीआर कंपनी से वसूल की जाएगी. आग के कारणों की जांच की जा रही है.
सूत्रों से मिली जानकारी जे अनुसार चंद्रपुर महाऔष्णिक विद्युत केंद्र में 500-500 मेगावाट क्षमता की 2 नई इकाइयों का काम शुरू है. दोनों इकाइयों को जून 2012 में ही शुरू हो जाना था लेकिन लेटलतीफी के कारण अब तक यूनिट क्र. 8 का सिंक्रोनाइजिंग 11 जनवरी को किया गया. इस दौरान 46 मिनट में 45 मेगावाट बिजली का उत्पादन हुआ था. सीटीपीएस प्रबंधन ने यूनिट क्र. 8 से आगामी 15 फरवरी 2015 और यूनिट क्र. 9 में बिजली उत्पादन 15 मई 2015 से शुरू करने का दावा किया था. किंतु यूनिट क्र. 9 में सोमवार को हुई घटना के बाद उत्पादन शुरू होने में और 1 वर्ष का विलंब होने की आशंका है.