अमरावती: अब यह आम राय बनती जा रही है कि किसान सरकार से कर्ज माफी के लिए मुंह ताकता रहता है.
लेकिन कर्ज से हताश और खेती में लगतार हो रहे घाटे से तंग आनेवाले विदर्भ के अमरावती जिले के एक किसान ने सरकार से कर्ज की आस छोड़ अपनी रोजी रोटी के आधार खेत को ही मुख्यमंत्री के नाम कर दिया.
अमरावती के अल्प भूमि धारक किसान प्रमोद कुटे ने अपनी खेत जमीन को स्टांप पेपर पर सीधे मुख्यमंत्री के नाम कर दी. बताया जा रहा है कि फसल कर्ज को नियमित चुकानेवाले किसान प्रमोद के ऊपर 71 हजार रुपए का कर्ज बकाया था.
इस कर्ज की रकम को माफ करने के लिए उसने राष्ट्रपति से लेकर मुख्यमंत्री, सचिव, कृषि विभाग के अधिकारियों तक आवेदन किया. लेकिन उसका कर्ज माफ नहीं हो पाया. किसानी में हर साल किसी भी तरह का फायदा न मिलने से परेशान होकर उसने खेती राज्य सरकार के नाम कर दी.
By Narendra Puri