Published On : Mon, Jun 5th, 2017

निराशा से विद्यार्थियों को उबारने स्कूल-कॉलेज में काउंसिलिंग की हो व्यवस्था – विशाल मुत्तेमवार

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नागपुर:
 भविष्य निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले दसवीं और बारहवीं के रिजल्ट को पालक और विद्यार्थी दोनों विशेष महत्व देते है। रिजल्ट के समय अपेक्षा के अनुरूप अंक प्राप्त न होने की वजह से विद्यार्थी अक्सर निराश हो जाते है। कभी – कभी आत्महत्या तक का निर्णय ले लेते है पर रिजल्ट भविष्य तैयार करने में अहम जरूर हो लेकिन सिर्फ इससे किसी का भविष्य बनता-बिगड़ता नहीं। इसी बात की जनजागृति का बीड़ा शहर में उठाया है स्वयंम संस्था ने, एक प्रभावी कार्यक्रम के माध्यम से मिशन जीने दो अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत 4 जून को नागपुर में मिशन जीने दो रैली का आयोजन किया गया। जिसमे बड़ी संख्या में विद्यार्थी उनके अभिभावक और समाज सेवा से जुड़े संगठनों से अपनी भागेदारी दी।

सुबह 8 बजे संविधान चौक से रैली का शुभारंभ हुआ। इस दौरान पथनाट्य के द्वारा जनजागृति की गयी। डॉ बाबासाहब के पुतले को अभिवादन कर स्वयंम संस्था के अध्यक्ष विशाल मुत्तेमवार ने रैली को हरी झंडी दिखाई। जिसके बाद वेरायटी चौक स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के पुतले का अभिवादन किया गया। यहाँ उपस्थितों को संबोधित करते हुए विशाल मुत्तेमवार ने कहाँ कि 10 वी और 12 वी विद्यार्थियों के लिए जीवन का अहम पड़वा है इन परीक्षाओं से विद्यार्थी के करियर की दिशा तय होती है। बीते कुछ वर्षों से परीक्षा में असफल होने के बाद विद्यार्थियों में जीवन को समाप्त करने का चलन शुरू हो गया है। स्पर्धा में टिक नहीं टिक पाने का दुःख कई विद्यार्थी सह नहीं पाते और ऐसा कदम उठाते है। विद्यार्थियों में आत्महत्या का प्रमाण प्रत्येक वर्ष बढ़ रहा है। इसी गंभीर सामाजिक विषय को ध्यान में रख कर मिशन जीने को की शुरुवात की गयी है जो सतत जारी रहेगी।

इसी दौरान अपने संबोधन में करिअर काउंसलर डॉ नरेंद्र भुसारी ने कहाँ, परीक्षा में मिले अंक जीवन की अंतिम सफलता नहीं है। विद्यार्थी के अंदर मौजूद कौशल से विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास होता है। अभ्यास के दौरान विद्यार्थी और पालक के बीच परस्पर संवाद की आवश्यकता पर एनआरएस मोटीवेटर्स के संजय नखाते ने बल दिया।


राज्य सरकार से काउंसिलिंग सेंटर की माँग

पेपर समाधान के अनुरूप हल न हो पाने,फेल होने का डर,पारिवारिक दबाव ऐसे कई कारणों की वजह से विद्यार्थी आत्महत्या जैसे कदम उठाते है। राज्य की विभिन्न स्कूलो,कॉलेज काउंसिलिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं है। निराशा और हताशा से ग्रसित विद्यार्थियों को काउंसलिंग सेंटर की वजह से प्रभावी मदत निराशा से बहार निकालने में मिल सकती है इसलिए रैली के दौरान इस माँग को लेकर हस्ताक्षर अभियान लिया गया। उपस्थितों ने अपने हस्ताक्षर के माध्यम से सरकार ने हर स्कूल कॉलेज में काउंसलिंग की सुविधा,विद्यार्थियों के लिए शिकायत निवारण केंद्र उपलब्ध कराकर देने माँग की गयी। इस माँग को राज्य सरकार द्वारा पहुँचाने की बात विशाल मुत्तेमवार ने कहीं।

रैली के दौरान बच्चो के उज्जवल भविष्य के लिए सामूहिक प्रतिज्ञा के साथ रैली का समापन किया गया। रैली में आगाज फाउंडेशन के विवेक पंचबुद्धे,नो योर टैलेंट की डॉ रश्मि शुक्ला,एम क्लासेस के सूर्यकांत पराले,इंडियन इन्स्टिटूट के किशोर डोबले के साथ सेंटर फ़ॉर प्रॅनिक हेल्थ अ‍ॅण्ड योगा के अभिषेक शर्मा प्रमुखता से उपस्थित थे।