मूल (चंद्रपुर)। गड़चिरोली के तत्कालीन सांसदों के स्थानिय विकास निधी से निर्माण किये सांस्कृतिक भवन का जनता को सार्वजनिक इस्तेमाल करने के लिए है. लेकिन पूर्व विधायक देवराव भांडेकर अपने शिक्षण संस्था के विद्यालय की कक्षाएं चलाने के लिए उपयोग करते है. इसके लिए ग्रामपंचायत की ओर कोई भी अनुमति न लेते हुए अवैध निर्माण करने की लिखीत शिकायत भी प्रशासन को की गई. ऐसा आरोप यहां के पुर्व सरपंच विलास भांडेकर ने पत्रकार परिषद में किया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सावली तालुका के कापसी में 2012 में चिमूर लोकसभा क्षेत्र के तत्कालीन सांसद मारोतराव कोवासे ने स्थानिय विकास निधी से करीब 12 लाख रूपये का सांस्कृतिक भवन मंजूर किया. पूर्व विधायक देवराव भांडेकर ने अपनी खुद की मालिकाना जमीन देकर सांस्कृतिक भवन का निर्माण किया. सांस्कृतिक भवन का उपयोग खुद अध्यक्ष विद्यासागर शिक्षण प्रसारक मंडल मूल द्वारा संचालित भैयाजी पाटिल भांडेकर विद्यालय तथा कनिष्ठ महाविद्यालय के कक्षा के लिए कर रहे है. इसका उपयोग गांव के लोगों के लिए न करते हुए विद्यालय के निजी कामों के लिए हो रहा है. इसके लिए ग्रामवासियों और ग्रामपंचायत की अनुमती नही ली गयी. इसके अतिरिक्त भवन पर नई कक्षाओं का निर्माण करने की बात पता चली है. इसके लिए विद्यालय के मुख्याध्यापक को विलास भांडेकर ने पुछताछ करने पर उन्होंने बताया कि मुझे इसके बारे में कुछ नही पता. शासकीय निधी का गलत इस्तेमाल करने की बात विलास भांडेकर ने पत्रकार के सामने रखी.
जनता के इस्तेमाल के लिए मंजूर हुई ईमारत का निजी इस्तेमाल के लिए जिलाधिकारी की अनुमती लेनी पड़ती है. लेकिन संस्था अध्यक्ष ने कोई भी अनुमती नही ली. ये मनमानी ग्रामवासी बर्दाश नही करेंगे. इसके लिए जिलाधिकारी को लिखीत शिकायत दी गई. लेकिन इसकी ओर कोई ध्यान नही दे रहा. इस अवैध काम को तुरंत बंद करे अन्यथा संस्थाचालक के खिलाफ न्यायालय में जाएंगे ऐसा इशारा पूर्व सरपंच विलास भांडेकर ने दिया है.