– कर्मचारियों के वेतनवृद्धि की मांग की आड़ में आम नागरिकों के आवाजाही व्यवस्था से कियाजा खिलवाड़,मनपा प्रशासन सुस्त,लगाए मेस्मा
नागपुर : एक राजनैतिक साजिश के तहत ‘आपली बस’ ड्राइवर व कन्डक्टरों को बरगलाकर पिछले 48 घंटे से शहर सार्वजानिक परिवहन सेवा को ठप्प कर दिया गया.आंदोलनकारी नेतृत्वकर्ता बर्खास्त कर्मी हैं,पहले शिवसेना फिर एक छुटभैय्या संगठन की आड़ में आम नागरिकों की आवाजाही व्यवस्था को बाधित कर रहे.यह जानकर भी मनपा प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा,जबकि मेस्मा लगाकर परिवहन सेवा सुचारु रूप से पटरी पर लाया जा सकता हैं.
मालूम हो कि अधिक वेतन की मांग को लेकर मंगलवार से कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से ‘आपली बस’ बुधवार को दूसरे दिन भी बंद रही. ढुलमुल प्रशासन ने यात्रियों को कोई असुविधा न हो इसके लिए 30 बसों को बिना कंडक्टर शुरू कर अपनी असफलता को सामने ला रही हैं।
सूत्र बतलाते है कि एक साजिश के तहत राजनीत में अपनी पैठ बनाने के उद्देश्य से पुरानी मांग वेतन वृद्धि को पुनः मनपा प्रशासन के सामने उछाल कर तथाकथित आंदोलनकारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है.
क्यूंकि परीक्षा का समय है और तो और गर्मी शुरू हो चुकी है,यह जानकर भी आंदोलनकारी जबरन बसों को रोक अपना उल्लू सीधा करने की कोशिश में लीन हैँ. कोर्ट ने हड़ताल खत्म करने का आदेश दिया। लेकिन कर्मचारियों ने वेतन वृद्धि मिलने तक हड़ताल जारी रखने का फैसला किया।
मनपा प्रशासन आंदोलनकारियों से निपटने के लिए अबतक ठोस कदम न उठाने से,आंदोलनकारी को अकारण हवा मिल रही.वे चल रही बसों के संचलन में भी बाधा डाल रहे.
बसों के अमूमन सभी ड्राइवर हड़ताल पर चले जाने की सुचना बाद तत्काल ड्राइवर-कंडक्टर की पर्यायी व्यवस्था मनपा प्रशासन नहीं कर रही,बस ऑपरेटरों ने कल तत्काल 1000 ड्राइवर की भर्ती के लिए बिगुल फूंका हैं.
किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मोरभवन बस स्टैंड पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
इस हड़ताल के परिणामस्वरूप, दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी मोडल ट्रांजिट सिस्टम (DIMS) लिमिटेड, जो अपनी बसों के संचालन के लिए जिम्मेदार है, और नगर निगम का परिवहन विभाग ठप हो गया है। हड़ताल से एक सप्ताह पूर्व नोटिस देने के बावजूद प्रशासन व डाइम्स समस्या का समाधान करने में विफल रहे।