Published On : Sat, Jul 30th, 2016

याकूब मेमन की फांसी की बरसी पर अलर्ट

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नागपुर सेंट्रल जेल में सन्नाटा छाया

Yakub
नागपुर:
मुंबई धमाकों के आरोपी याकूब मेमन के फांसी की गवाह बनी नागपुर जेल में सन्नाटा छाया हुआ है. याकूब की फांसी को एक साल पूरा होने पर कैदियों के साथ जेल अधिकारी भी उस रात को याद करके सिहर जाते हैं. ज्ञात हो कि मुंबई धमाकों में दोषी पाए जाने के बाद सर्वोच्च न्यायालय ने याकूब मेमन को फांसी की सजा सुनाई थी. सुरक्षा कारणों से याकूब काफी समय से नागपुर जेल में रखा गया था. 30 जुलाई की तड़ को उसे फांसी दी गई थी.

याकूब की फांसी भारतीय न्याय प्रणाली के लिए भी यादगार साबित हुई थी. मध्यरात्रि के बाद सर्वोच्च न्यायालय की विशेष खंडपीठ ने दया याचिका पर सुनवाई करने के बाद फांसी पर मुहर लगाई थी.

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याकूब की फांसी के चलते नागपुर जेल पर आतंकी खतरा भी मंडराने लगा था. पुलिस ने एक पखवाडे. से शहर को ‘सील’ कर दिया था. कैदियों की आवाजाही को भी नियंत्रित कर दिया गया था. फांसी देने के बाद याकूब को दफनाने अथवा उसका शव परिजनों को सौंपे जाने पर भी ऊहापोह का निर्माण हो गया था. फांसी के बाद याकूब के बडे. भाई को शव सौंपकर विमान से मुंबई रवाना किया गया था. वहां मुस्लिम कब्रिस्तान में उसे दफनाया गया था.

याकूब की फांसी से नागपुर जेल अंतर्राष्ट्रीय मीडिया की नजर में आ गई थी. बीते एक सप्ताह से याकूब की फांसी की कैदियों की चर्चा में है. इस चर्चा का कुछ कैदियों की ‘सेहत’ पर भी असर पड़ा है. कैदियों की अवस्था से वाकिफ जेल अधिकारी हरकत में आ गए हैं. फांसी की बरसी और राज्य में आईएस से जुडे. युवकों की गिरफ्तारी के चलते खुफिया एजेंसियां हरकत में आ गई हैं. पुलिस और एटीएस को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.

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