– 293 कोयला खदानें हो चुकी हैं बंद,कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा बंद खदानों पर भराव के बाद सौर विद्युत परियोजनाएं विकसित किए जाने की संभावनाओं का पता लगाया जा रहा है।
नागपुर : CIL द्वारा बंद खदानों पर भराव के बाद सौर विद्युत परियोजनाएं विकसित किए जाने की संभावनाओं का पता लगाया जा रहा है। आने वाले समय में ऐसे स्थानों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जाएंगे।
इस आशय की जानकारी केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने राज्यसभा में विगत दिनों दी। कोल इंडिया की अनुषांगिक कपंनियों सहित एससीसीएल की कुल 293 कोयला खदान बंद हो चुकी है।
बंद खदानों में राख का भराव किए जाने सहित पौधरोपण, इको एवं खान पर्यटक पार्क विकसित किए जा रहे हैं। मत्स्य पालन के लिए भी बंद खदानें उपलब्ध कराई जा रही हैं। कई खदानें जल आपूर्ति के काम भी आ रही हैं।
जिसमें WCL की 56,ECL की 84,BCCL की 42,CCL की 29,NCL की 1,SECL की 66,MCL की 2,NECL की 4 और SCCL की 9 खदानों का समावेश हैं.
इस सम्बन्ध में जल्द ही नया अध्यादेश जारी होगा,उसके बाद कागजी प्रक्रिया पूर्ण कर काम शुरू किया जाएगा।जिसका सर्वत्र सराहना की जा रही है।