नागपुर: अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए चार राज्यों की सीआईडी ने अनोखी पहल की है। देश में पहली बार चार राज्यों की सीआईडी को आपस में जोड़ा गया है और विभाग के अधिकारियों की नागपुर में बैठक हुई। बैठक में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश , छत्तीसगढ और झारखंड की सीआईडी के अधिकारियों ने तैयार किये गए प्लान के क्रियान्वयन को लेकर कई गहन मुद्दों पर चर्चा की।
नक्सलवाद, आतंकवाद के साथ ही अन्य गंभीर स्वरुप के अपराधों को रोकने और अपराधियों को धरदबोचने के लिए इन चारों राज्यों की सीआईडी ने समन्वय बनाकर पुलिस के साथ ठोस कदम उठाया है। इस बैठक में पुलिस आयुक्त डा के वेंकटेशम, महाराष्ट्र के सीआईडी के अतिरिक्त पुलिस महासंचालक रविंद्र सिंघल, मध्यप्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महासंचालक (सीआईडी) कैलास मकवाना व अन्य दोनों राज्यों के सीआईडी विभाग के प्रमुख प्रतिनिधि उपस्थित थे।
नागपुर के सदर स्थित एन कॉप्स सेंटर में आयोजित पत्र परिषद में नागपुर के पुलिस आयुक्त डा के वेंकटेशम ने कहा िक चारों राज्यों में अपराध को रोकने में सीआईडी की प्रमुख भूमिका रहेगी। इन चारों राज्यों की सीआईडी के साथ मिलकर वहां की स्थानीय पुलिस अपराध को रोकने में मदद करेगी।
डॉ. के वेंकटेशम, पुलिस आयुक्त – नागपुर
महाराष्ट्र महाराष्ट्र को मिलाकर एक दूसरे से सटे राज्यों की सीआईडी के समन्वय को अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने में मदतगार साबित होने का भरोषा राज्य सीआईडी के अतिरिक्त पुलिस महासंचालक रविंद्र सिंघल ने जताया है। उन्होंने कहाँ ……
महाराष्ट्र ,मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ और झारखंड में अपराध के तरीके अलग हैं। लेकिन अपराधी किसी भी राज्य का हो उसके लिए कानून एक है। समन्वय बनाकर अपराधियों को पकडा जा सकता है। इस बैठक से पहले ही चारों राज्यों के अपराधियों का रिकार्ड साझा किया गया है। इससे अगर महाराष्ट्र का अपराधी अगर मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ और झारखंड में जाकर छुपता है तो उसका पता आसानी से लगाया जा सकेगा। यह बैठक एक मात्र पहल है। आने वाले समय में अन्य राज्यों के सीआईडी अधिकारियों को भी बैठक में आमंत्रित किया जायेगा।
रविंद्र सिंघल,अतिरिक्त पुलिस महासंचालक, सीआईडी – महाराष्ट्र
मध्यप्रदेश सीआईडी के महासंचालक कैलास मकवाना के मुताबिक …..
तीनो राज्यों ने अपने राज्य के अपराधियों की सूची महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारियों के साथ साझाकी है, जिसका फायदा यह है कि अगर मध्यप्रदेश का अपराधी अगर महाराष्ट्र केकिसी भी शहर या ग्रामीण क्षेत्र में जाकर छुपता है तो उसके बारे में आसानी से जानकारी मिल सके। इसी तरह से सभी राज्य के सीआईडी विभाग के अधिकारियों ने एक दूसरे से अपराधियों के बारे में उनके नाम ,पता, उनका आपराधिक रिकार्ड का ब्यौरा भी एक दूसरे को मुहैय्या कराया है।
कैलास मकवाना, महासंचालक,सीआईडी-मध्यप्रदेश
अंतर राज्यीय अपराध समन्वयक परिषद में अधिकारी उपस्थित थे।
1) कैलास मकवना,अपर पुलिस महासंचालक सीआयडी विभाग,मध्यप्रदेश.
2) जी.के.पाठक,उप पुलिस महानिरीक्षक, छिंदवाडा परिक्षेत्र, मध्यप्रदेश
3) मा.इर्शाद अली, उप पुलिस महानिरीक्षक, बालाघाट परिक्षेत्र, मध्यप्रदेश.
4) अभिनाश कुमार, DIG (IB)
5) प्रतापसिंग पाटणकर ,विशेष पोलीस महानिरीक्षक नागपूर परिक्षेत्र.
6) अंकुश शिंदे,पोलीस उप महानिरीक्षक गडचिरोली परिक्षेत्र.
7) अविनाशकुमार, SP अमरावती ग्रामीण
8) निर्मला देवी, SP वर्धा
9) नियती ठक्कर, SP चंद्रपूर
10) विनिता साहू, SP भंडारा
11) शैलेश बलकवडे, SP नागपूर ग्रामीण
12) डॉ.दिलीप पाटील भुजबळ, SP गोंदिया
13) डॉ.अमोघ गावकर, SP नागपूर रेल्वे
14) महेंद्र पंडित, अप्पर पोलीस अधीक्षक,गडचिरोली
15) अमरसिंग जाधव, अपर पोलीस अधीक्षक यवतमाळ
16) श्याम घुगे, अप्पर पोलीस अधीक्षक, बुलढाणा
17) विजय सागर, अप्पर पोलीस अधीक्षक, अकोला
18) चिन्मय पंडित, DCP अमरावती
19) संजय कुमार सिंघल,ADG, CID महराष्ट्र राज्य