Published On : Wed, May 15th, 2019

मुख्य सचिव अजोय मेहता ने ग्रहण किया पदभार

मुंबई/ नागपुर. राज्य के मुख्य सचिव पद पर नियुक्त किए गए अजोय मेहता ने सेवानिवृत्त मुख्य सचिव यू.पी.एस. मदान से आज प्रातः करीब ग्यारह बजे पद का कार्यभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण करने के बाद मुख्य सचिव श्री मेहता तुरंत ही सूखा स्थिति की समीक्षा के लिए होने वाली बैठक के लिए मुख्यमंत्री के वर्षा निवास स्थान के लिए रवाना हो गए।

भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1984 बैच के भरत मेहता ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की आईआईटी से बी टेक (सिविल इंजीनियरिंग) की डिग्री को हासिल किया। यूनाइटेड किंगडम (ग्रेट ब्रिटेन) से एम. बी. ए. (वित्त) में पदव्युत्तर डिग्री प्राप्त की है। मुंबई विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री (एल.एल.बी.) प्राप्त की।

Gold Rate
08 Aug 2025
Gold 24 KT ₹ 1,01,800 /-
Gold 22 KT ₹ 94,700/-
Silver/Kg ₹ 1,15,800/-
Platinum ₹ 46,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

उनका प्रशासनिक कैरियर धुले के परिवीक्षाधीन सहायक जिलाधिकारी के रूप में शुरू हुआ। इसके बाद सहायक जिलाधिकारी अहमदनगर, नाशिक जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, नाशिक महापालिका के आयुक्त, अहमदनगर के जिलाधिकारी , बृहन्मुंबई महानगर पालिका के सह आयुक्त (सुधार); केंद्र सरकार के फलोत्पदन विभाग के निदेशक; महाराष्ट्र राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी (महानिर्मिति) के प्रबंध निदेशक; महाराष्ट्र राज्य विद्युत सूत्रधारी कंपनी के प्रबंध निदेशक; महाराष्ट्र राज्य के प्रमुख सचिव बिजली विभाग, संशोधित रत्नागिरि गैस व विद्युत मंडल में नियुक्ति, महाराष्ट्र राज्य सरकार के ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव; महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र व्यवस्थापन प्राधिकरण के अध्यक्ष; महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अध्यक्ष;फरवरी 2009 से जनवरी 2015 की कालावधि में महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी (महावितरण) के प्रबंध निदेशक , पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव तथा इसके बाद अप्रैल 2015 से वे मुंबई महापालिका के आयुक्त के रूप में कार्यरत थे।

अत्यंत कुशलतापूर्वक विभिन्न प्रशासनिक जिम्मेदारियों को संभालते रहने वाले मेहता ने नाशिक में महापालिका आयुक्त रहते हुए 1992-93 में कुंभ मेले का सफल आयोजन किया। मेहता की केंद्र सरकार ने वी. के. शुंगलू की अध्यक्षता में स्थापित ‘वितरण सेवाओं में सुधार और वित्तीय स्थिति’ विषय पर एक उच्च-स्तरीय समिति में भी नियुक्त की थी।

Advertisement
Advertisement