नागपुर: मंगलवार को केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकया नायडू ने देश के स्मार्ट सिटी की तीसरी लिस्ट जारी की। पिछले दो बार से लगातार केंद्र की महत्वकांशी योजना स्मार्ट सिटी में असफल रहे नागपुर को इस बार शामिल किया गया है। आज 12 राज्यो की 27 नए शहरो की लिस्ट जारी हुई जिसमे नागपुर को 5 वा स्थान हासिल हुआ है। इस वित्तीय वर्ष के चयन प्रक्रिया में कुल 63 प्रतिभागी शहर थे जिनमे से नागपुर को कामियाबी हासिल हुई है। नागपुर इस योजना के शुरुवात से ही लाभ लेने का इच्छुक था।
नागपुर महानगर पालिका में भाजपा की ही सत्ता है जबकि केंद्र में वजनदार मंत्री नितिन गड़करी यही से सांसद भी है। पिछले दो बार ठीक ढंग से शहर के विकाश का मास्टर प्लान शहरी विकास मंत्रालय को न भेज पाने की वजह से मौके छूट गए पर इस बार खुद केंद्रीय मंत्री गड़करी ने प्लान को तैयार करने में अहम भूमिका निभाई और इस काम में अधिकारियो को भी लगाया। जिसका नतीजा रहा की राज्य की उपराजधानी इस योजना में शामिल होने में कामियाब रही।
नायडू ने नए नामो की घोषणा करते हुए बताया कि 1, 44, 742 करोड़ रूपए 60 शहरो के लिए निर्धारित किये गए है। इस योजना में शामिल होने के बाद नागपुर शहर की सूरत बदलने का दावा महापौर प्रवीण दटके ने किया है। इस योजना के तहत कई तरह के विकास कामो के लिए सीधे केंद्र से निधि प्राप्त होगी। मनपा आयुक्त श्रवण हार्डिकर के मुताबिक यह कामियाबी सब की मिली जुली कामियाबी है। दो बार पिछड़ने के बाद क्रिसिल के साथ मिलकर नया प्लान तैयार किया गया जिसमे कामियाबी प्राप्त हुई।
मनपा चुनाव से पहले स्मार्ट सिटी योजना में नाम आना भाजपा के लिए बड़ी कामियाबी मानी जा सकती है।