Published On : Fri, Mar 16th, 2018

खोवा व पान मार्केट पर चला बुलडोजर

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नागपुर: मेट्रो रेल प्रकल्प को लेकर काटन मार्केट चौक के पास होने जा रहे निर्माण के लिए खोवा और पान मार्केट की जमीन आवश्यक होने के कारण कुछ दिनों पहले भले ही यहां के तमाम दूकानदारों को नोटिस जारी कर दिया गया हो, इसके बावजूद आशा लगाकर इसी जगह पर बैठे व्यवसायियों को उस समय निराशा हाथ लगी. जब अतिक्रमण उन्मूलन का दस्ता दलबल के साथ यहां के दूकानों को तोड़ने के लिए पहुंच गया. हालांकि इन दूकानों को तोड़ना तो निश्चित ही था, इसके बावजूद कुछ दूकानदारों ने विरोध करने की कोशिश की. साथ ही दूकानों का कुछ सामान यहां से हटाने के लिए समय देने के लिए फिलहाल कार्रवाई टालने का अनुरोध भी किया. लेकिन अब निर्माण शुरू करने के लिए जमीन आवश्यक होने के कारण समय देने से साफ इंकार कर दस्ते ने कार्रवाई करते हुए खोवा मार्केट की 52 दूकानों को धराशायी कर जमीन समतल कर दी.

विशेषत: गुरुवार को शुरू की गई कार्रवाई में मनपा प्रवर्तन विभाग की तीनों टीम को यहां लगाया गया था. जहां 2 टीमें खोवा मार्केट की दूकानों को तोड़ने में व्यस्त थी, वहीं अन्य टीम पान मार्केट की 2 इमारतों को तोड़ने में जुट गई. इसी बीच एक पीड़ित ने कार्रवाई का विरोध करने की कोशिश की. यहां तक कि जेसीबी के सामने आकर कार्रवाई रोकने का प्रयास करते ही पुलिस ने उसे 2-4 डंडे रसिद कर दिए. कार्रवाई को लेकर अधिकारियों का मूड भांपते ही विरोध करनेवाले अन्य लोग भी पीछे हट गए. जिसके बाद कार्रवाई को शांतिपूर्वक अंजाम दिया गया.


कार्रवाई में प्रवर्तन विभाग प्रमुख अशोक पाटिल, महेश धामेचा, प्रवर्तन निरीक्षक संजय कांबले के मार्गदर्शन में मंजूर शाह, जमशेद अली, प्रकाश पाटिल, नितिन मंथनवार, विजय इरखेड़े, पवनकर आदि ने हिस्सा लिया.मेट्रो रेल प्रकल्प की योजना के अनुसार उक्त जमीन आवश्यक होने के कारण पहले ही मनपा ने खोवा मार्केट के दूकान लाइसेंस धारक होने से उन्हें वैकल्पिक जमीन उपलब्ध कराई थी. साथ ही कुछ समय देकर अपना व्यवसाय वहां स्थानांतरित करने के निर्देश दिए थे. निर्देशों के अनुसार अधिकांश दूकानदारों ने अपना व्यवसाय तो स्थानांतरित कर दिया था, इसके बावजूद पुराने खोवा बाजार में भी दुकानें लग रही थीं. जिसके बाद मनपा दस्ते के पहुंचते ही दूकानदारों ने बचा सामान भी स्थानांतरित कर दिया.