लखनऊ: बसपा सुप्रीमों मायावती ने बीएसपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जय प्रकाश को पद से हटा दिया है। जय प्रकाश ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर अभद्र टिप्पणी की थी।
इससे नाराज मायावती ने जय प्रकाश को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से हटा दिया है। मायावती ने आज प्रेस कांफ्रेस करके जानकारी दी है। बसपा ने निकाले जाने वाले जय प्रकाश ने पूरी उम्र शादी ना करने का फैसला लिया था। उन्होंने कहा था कि उनका पूरा जीवन पार्टी के लिए समर्पित है।
पार्टी के लिए खाई आजीवन शादी न करने की कसम
जय प्रकाश का जन्म उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर 1985 में हुआ था। इनके पिता सरकारी टीचर थे, जबकि भाई वकील है और दूसरे भाई का मेडिकल स्टोर है। जय प्रकाश ने एलएलएम की पढ़ाई की है। जय प्रकाश ने बसपा पार्टी के लिए 2009 में अपना घर छोड़ दिया था। परिवार को जय प्रकाश का राजनीति में आना पसंद नही था।
इसलिए मां-बाप को छोड़कर कमरा लेकर रहने लगे। उनके इस काम में कोई रुकावट न आये एस लिए उन्होंने आज तक शादी नही की।
ऐसे जुड़े बसपा पार्टी से
जय प्रकाश पढ़ाई के दौरान सांसद वीर सिंह से प्रभावित होकर बसपा पार्टा से जुड़े थे। गाजियाबाद की खोड़ा कालोनी में सांसद वीर सिंह सभा को संबोधित करते हुए सुनकर प्रभावित हुए थे। तब से ही पार्टी से जुड़ने का प्रण किया। सांसद वीर सिंह से प्ररित होकर बहुजन समाज पार्टी के आंदोलन से जुड़े थे।
भाई को हटाकर जय प्रकाश को बनाया था राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
जय प्रकाश को पहली बार 2018 में बसपा में राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर बनाया था। इनके साथ वीर सिंह को भी राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर बनाया गया था। पहले घर पर ही रहकर पार्टी का प्रचार करते थे। घर वालों को जय प्रकाश का ये काम रास न आया नतीजा ये हुआ कि घर वालों की नाराजगी के चलते घर छोड़ दिया। दिल्ली में ही कमरा लेकर रहने लगे।
पहले जय प्रकाश के पास राजस्थान का प्रभार था। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कर्नाटक चुनाव के बाद अपने भाई आंनद कुमार को हटाकर जय प्रकाश को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था।