नागपुर: आरटीओ अधिकारी को ‘ब्लैकमेल’ कर 25 लाख रुपए वसूलने वाले दिलीप खोड़े को पुलिस हिरासत खत्म होने के बाद एसीबी ने फिर से उसे अदालत में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया।
कुछ दिन पहले इस मामले में चंद्रशेखर भोयर को इंदौर से गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने उसे 10 अप्रैल तक एसीबी की हिरासत में भेजने का आदेश दिया। भोयर से पुलिस पूछताछ कर रही है कि रिश्वत मामले से उसका कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि एसीबी के पास उसके खिलाफ भी पर्याप्त सबूत हैं। अगर वह साजिश में शामिल नहीं था तो अपराध दर्ज होते ही फरार क्यों हो गया? यह प्रश्न है। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।
जेल जाने के बाद भी खोड़े की मुश्किलें कम नहीं होंगी। एसीबी उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज करने की तैयारी कर रही है। गिरफ्तारी के बाद जब एसीबी ने उसकी संपत्तियों की जांच की तो पता चला कि ठाणे के हीरानंदानी का मिडास में दो करोड़ का फ्लैट है। साथ ही उसके परिवार ने 15 लाख की नकदी पड़ोसी के घर में छिपा रखी थी। खोड़े के पास 5 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी है। वह एमआईडीसी में थर्ड ग्रेड टेक्नीशियन है। इतनी संपत्ति रखने वाले एक तकनीशियन ने अपनी कमाई के साधनों पर संदेह जताया है। खोड़े के कई नेताओं से करीबी रिश्ते हैं। वे मंत्री के ओएसडी भी रह चुके हैं। खोड़े ने कांग्रेस विधायक वजाहत मिर्जा के नाम पर वसूली की थी। जल्द ही एसीबी की टीम उन्हें जवाब देने के लिए बुला सकती है।