– महत्वपूर्ण विभागों को लेकर चल रही उठापठक,इसलिए टल रहा मंत्रिमंडल विस्तार ?
नागपुर – नई सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार कई कारणों से टलने के साथ, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गुट अब फिर से कुछ “वजनदार” विभागों की मांग करके भाजपा नेतृत्व का सिरदर्द बढ़ा रहा है।
शिंदे ने अब 19 मंत्री पदों का प्रस्ताव दिया है और स्पष्ट किया है कि उन्हें ऊर्जा, लोक निर्माण, उच्च और तकनीकी शिक्षा विभाग चाहिए। दूसरी ओर, चूंकि भाजपा ऐसे खातों को त्यागने के लिए तैयार नहीं है, इसलिए कैबिनेट विस्तार पर अभी भी चर्चा चल रही है। इस मुद्दे को दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं द्वारा सुलझाए जाने की संभावना है।
मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण के बाद एक दो दिन में कैबिनेट विस्तार की बात कही जा रही थी. हालांकि उसके बाद दोनों गुटों के बीच सत्ता के बंटवारे, हिसाब-किताब और उस पर चर्चा के चलते अभी तक कैबिनेट का गठन नहीं हो पाया है.
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बताया गया कि भाजपा शिंदे गुट को 13 विभाग देने की योजना बना रही है। लेकिन शिंदे गुट को 19 मंत्री पद की उम्मीद है. भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री बनने के बाद 19 मंत्री पद देने से इनकार कर दिया. वहीं शिंदे और उनके समर्थक विधायक अपनी मांग पर अड़े हैं। इससे पता चलता है कि दोनों समूहों के बीच मतभेद शुरू हो चूका हैं ?
उल्लेखनीय यह हैं कि एकनाथ शिंदे और फडणवीस पिछले हफ्ते दिल्ली गए थे,उपजे समस्या का निवारण होने का संकेत था। हालांकि उसके बाद भी शिंदे ने ऊर्जा, लोक निर्माण और उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभागों की मांग की है। ऐसा लगता है कि भाजपा नेता देने को तैयार नहीं हैं,नतीजा नए गठबंधन में मज़बूरी के तहत एक-दूसरे को ले-कर चलने के शिवाय कोई चारा नहीं,भाजपा वैसे भी शुरुआत में ढील देती है फिर नकेल कसने लगती है,ऐसे में कितने दिन यह गठबंधन टिकेगी,यह तो वक़्त ही बताएगा।