मुंबई: 2019 के चुनावों की हलचल शुरू हो गई है। मोर्चेबंदी हो रही है, रणनीति बनाई जा रही है, समीकरण परखे जा रहे हैं और मुद्दों को धार दी जा रही है। 2019 में कांग्रेस को महाराष्ट्र से बड़ी उम्मीदें हैं। गैर भाजपाई पार्टियों वाले समविचारी विपक्ष में एकता की फूटती कोंपलों से उसकी उम्मीदें बढ़ी हैं।
प्रदेश में कांग्रेस की कमान इन दिनों पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के हाथ में है। वे महाराष्ट्र कांग्रेस के ढांचे को दुरूस्त करने में लगे हैं। प्रदेश स्तर पर विपक्ष को एकजुट करने के लिए काम कर रहे हैं।
अशोक चव्हाण ने कहा बीजेपी सिर्फ कांग्रेस के लिए नहीं, समूचे लोकतंत्र के लिए खतरा है। पिछले चार वर्षों में संवैधानिक संस्थाओं की निष्पक्षता प्रभावित हुई है। अगर विपक्ष का कोई नेता सरकार के खिलाफ बोलता है, उसके खिलाफ सीबीआई और ईडी को लगा दिया जाता है।
चाहे सुप्रीम कोर्ट हो या चुनाव आयोग आज सभी की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं। मीडिया की निष्पक्षता को प्रभावित किया जा रहा है। यह प्रवृत्ति लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
