Published On : Tue, Jul 9th, 2019

निडर बनो, भ्रष्टाचार को दूर करो- एसीबी

न.प. में है भ्रष्टाचार से बुरा हाल, सभापति और इंजीनियर की गिरफ्तारी से मचा बवाल

गोंदिया: घूस महल के नाम से ख्याति अर्जित कर चुके गोंदिया नगर परिषद से यूं तो कई शिकायतें एसबी कार्यालय तक पहुंचती है तथा इसके पूर्व भी एन्टी करप्शन ब्यूरो ने इस कार्यालय के अधिकारियों को रिश्‍वत के जुर्म में गिरफ्तार किया है लेकिन आज 9 जुलाई के दोपहर नगर परिषद से जो खबर बाहर आयी, उसने राजनीतिक हलकों में भी खलबली मचा दी।

Gold Rate
10 Sept 2025
Gold 24 KT ₹ 1,09,600 /-
Gold 22 KT ₹ 1,01,900 /-
Silver/Kg ₹ 1,25,100/-
Platinum ₹ 48,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

चाल, चरित्र, चेहरे की बात करने वाली बीजेपी इस गोंदिया नगर परिषद में सत्तारूढ़ दल के रूप में काबिज है, आज उसी के एक सभापति को भ्रष्टाचार निर्मुलन दस्ते ने रिश्‍वत स्वीकारने की तैयारी करते हुए धरदबोचा।

एसीबी सूत्रों से प्राप्त जानकारीनुसार शिकायतकर्ता यह जीवन बीमा एजेंट है तथा उसने ग्राम कुड़वा स्थित अपने मालकीयत के प्लॉट का गुंठेवारी पद्धति से आकर्षक एन.ए. कराने हेतु गोंदिया नगर परिषद में दस्तावेत प्रस्तुत किए थे जिसपर प्लॉट का स्थाई रूप से एन.ए. कर देने की एवज में नगर परिषद के नगर रचना विभाग के कनिष्ठ अभियंता शशि छोटेलाल पारधी ने 8 हजार रूपये रिश्‍वत की डिमांड की थी। शिकायतकर्ता यह रिश्‍वत देने का इच्छुक नहीं था जिसपर उसने 5 जुलाई को भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग दफ्तर पहुंच शिकायत दर्ज करा दी।

घूस महल के नाम से ख्याति अर्जित कर चुके गोंदिया नगर परिषद में एसीबी की दस्तक
प्रकरण की जांच पश्‍चात एसीबी विभाग अधिकारियों ने जाल बिछाया, इस दौरान आरोपी कनिष्ठ अभियंता शशी पारधी यह शिकायतकर्ता से रिश्‍वत की रकम स्वीकारने का प्रयास करते पाया गया। साथ ही कार्रवाई के दौरान नगर परिषद के नियोजन व विकास सभापति सचिन शेंडे इन्हें प्लॉट का आकर्षक एन.ए. तैयार करने हेतु शिकायतकर्ता से मांगी गई रिश्‍वत की रक्कम प्राप्त करने का प्रयास करते 9 जुलाई को पकड़ा गया।
गौरतलब है कि, बतौर निर्दलीय नगरसेवक का चुनाव जीतने के बाद सचिन शेंडे यह बसपा, शिवसेना के 7 पार्षदों द्वारा बनाई गई गोंदिया परिवर्तन आघाड़ी में शामिल हो गए थे तथा हाल ही में हुए सभापति चुनाव के दौरान उन्होंने अपना पाला बदला और 2 शिवसेना पार्षदों के साथ बीजेपी के खेमे में आ गए और उन्हें गोंदिया नगर परिषद में नियोजन व विकास सभापति बनाया गया।

गोंदिया नगर परिषद में एक सभापति और जूनियर इंजिनियर के एसीबी के हत्थे चढ़ने के बाद घूसखोरी में यकीन रखने वाले पदाधिकारी, कर्मचारी व अधिकारियों में खलबली मची हुई है।

बहरहाल इस संदर्भ में अब दोनों आरोपी- नगर रचना विभाग के कनिष्ठ अभियंता शशी पारधी तथा नियोजन व विकास सभापति सचिन शेंडे के खिलाफ गोंदिया शहर थाने में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

उक्त कार्रवाई एसीबी नागपुर के पुलिस अधीक्षक श्रीकांत धिवरे तथा अप्पर अधीक्षक राजेश दुद्दलवार के मार्गदर्शन में पुलिस उपअधीक्षक रमाकांत कोकाटे, पोनि शशिकांत पाटिल, पो.ह. राजेश शेंद्रे, प्रदीप तुलसकर, नापोसि रंजित बिसेन, दिंगबर जाधव, नितीन रहांगजाले, राजेंद्र बिसेन, मनोपोसि गीता खोब्रागड़े, वंदना बिसेन, चालक देवानंद मारबते आदि ने की।

– रवि आर्य

Advertisement
Advertisement