Published On : Tue, Aug 16th, 2022

शिक्षक अभिभावक संघ के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए अरविंदकुमार रतूड़ी

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नागपुर – आज नागपुर सक्करधरा चौक स्थित सुप्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थान सेवादल महिला महाविद्यालय में प्रधानाचार्य डॉ चरडे की अध्यक्षता में शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों की आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में विभिन्न शैक्षणिक और सामाजिक विषयों पर बैठक आयोजित की गई एवं उसी बैठक के उपरान्त में शिक्षक अभिभावक संघ की कार्यकारिणी घोषित की गई और राष्ट्रीय शिक्षा के मौलिक अधिकारों तथा शिक्षकों अभिभावकों विद्यार्थियों के मौलिक अधिकारों के लिए संवैधानिक तरीके से लड़ने वाले आरटीआई एवं राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मानवअधिकार व सामाजिक कार्यकर्ता

अरविंदकुमार रतूड़ी संस्थापक अध्यक्ष- किंग कोबरा आर्गेनाइजेशन यूथ फोर्स,राष्ट्र निर्माण की और दो कदम, नारी शक्ति एक सम्मान,पशु क्रूरता के ख़िलाफ़ जंग नागपुर महाराष्ट्र को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया अध्यक्ष चुने जाने पर अरविंदकुमार रतूड़ी ने कहा कि कोई भी पद सिर्फ नाम,घरों और गाड़ियों पर लिखने के लिए नहीं होता है बल्कि जमीनी स्तर पर कार्य करने पीड़ित,शौषित लोगों के मौलिक अधिकारों के संवैधानिक संरक्षण और उनके लिए न्याय दिलाने के लिए होता है और उस पद की गरिमा बनाए रखना पद पर चुने गए प्रतिनिधि की होती है और मैं शिक्षकों, अभिभावकों, विद्यार्थियों को विश्वास दिलाता हूं कि मैं अपने कर्त्तव्य का पालन पूरी निष्ठा और निष्पक्षता से बिना किसी भेदभाव के करूंगा और ख़ासकर विद्यार्थियों को आने वाली शैक्षणिक तथा रोजगार संबंधित समस्याओं का निवारण करने की पूरी कोशिश करूंगा उसी प्रकार आज देश में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों को पढ़ाना अभिभावकों को मुश्किल हो गया है क्योंकि शिक्षा और स्वास्थ्य का व्यवसाय और बाजारीकरण हो गया है शिक्षा, स्वास्थ्य फीस, डोनेशन के नाम पर अवैध वसूली चालू है निम्न वर्ग,मध्य वर्ग और मध्य में निम्न वर्ग को बढ़ती फीसें और महंगी होती शैक्षणिक सामाग्री के कारण अपने बच्चों को पढ़ाने लिखाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है

और अभिभावक अवैध सूदखोरों के चंगुल में फंसकर आर्थिक रूप से लुट कर बर्बाद हो रहें है और कई बच्चे शैक्षणिक महंगाई तथा शिक्षा,स्वास्थ्य के बाजारी और व्यवसायीकरण के कारण पढ़ नहीं पा रहे है और सरकारें कुंभकर्णी नींद में सोई है इस लिए अब सभी को मिलकर इन समस्याओं के लिए लड़ना होगा तभी घर घर और देश के आखरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति को उसके परिवार को शिक्षा,स्वास्थ्य का मौलिक अधिकार और लाभ मिलेगा उसी प्रकार शिक्षा के अलावा विद्यार्थियों को खेल कूद और सामान्य ज्ञान के साथ साथ सामाजिक कार्य में भी आगे आना होगा तभी शैक्षणिक संस्थान और देश शक्तिशाली होकर विश्वगुरू की तरफ कदम बढ़ाएगा रतूड़ी द्वारा कही गई बातों को प्रधानाचार्य और शिक्षकों, अभिभावकों, विद्यार्थियों ने आत्मसात करते हुए जन जन तक पहुंचाने की बात की इस मौके पर प्राचार्य डॉ मैश्राम, देशपांडे,कारमोरे आदि उपस्थित थे।