– सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण के खिलाफ संघर्ष तेज होगा : हितेन्द्र भट
नागपूर -जब देश कि अर्थव्यवस्था गहरे संकट मे है और मेहनतकश गरीब जनता महंगाई व बेरोजगारी से बदहाल है ऐसे समय जनता को राहत के कदम उठाने कि बजाय केंद्र सरकार देश के सार्वजनिक क्षेत्रो को देशी और विदेशी कॅार्पोरेटों के हाथ देश कि संपदा लूटाने निजीकरण का रास्ता अपना रही है । एलआईसी को शेयर मार्केट में सूचीबद्ध करने एवं आयपीओ जारी करने के साथ सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण मुहिम के विरोध में बीमाकर्मियों को लामबंद होकर संघर्ष को तेज करना होगा. इस देशभक्तीपूर्ण लढाई में हमे सभी कर्मचारी, अधिकारी, अभिकर्ता, बीमाधारकों और जनता के हर हिस्से कि एकता का निर्माण करना होगा. यह विचार भारतीय जीवन बीमा निगम कि प्रमुख संगठन अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी असोसिएशन के राष्ट्रीय नेता हितेंद्र भट ने अपने उद्घाटनीय भाषण में आज यहा कहा.
उन्होने अन्तराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, बीमा उद्योग एवं संघठनात्मक सभी विषयोंपर अपने विचार रखें नागपूर डिवीजनल एलआईसी एम्प्लॅाईज यूनियन का विदर्भस्तरिय वार्षिक सम्मेलन जीवन बीमा मुख्यालय नागपूर मे सफलतापूर्वक संपन्न हुआ । सम्मेलन का उद्घाटन संघठन के राष्ट्रीय नेता हितेन्द्र भट ने किया. प्रमुख वक्ता के रूप में ज्येष्ठ बीमा मजदूर नेता रमेश पाटणे, बीमा पेंशनर्स असोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष टि.के.चक्रवर्ती, विदर्भ पेंशनर्स संगठन के महासचिव पी.व्ही.मिलिंदकुमार आदि नेतागण मंचपर विराजमान थे.सम्मेलन कि अध्यक्षता संघठन के मंडल अध्यक्ष अनिल ढोकपांडे ने की नागपूर डिवीजनल एलआईसी एम्प्लॅाईज यूनियन के महासचिव वाय.आर.राव ने संघठन का वार्षिक अहवाल सभागृह मे प्रस्तुत किया.
जिसपर विदर्भ सें आये शाखा सचिवों ने एलआईसी को शेयर बाजार में सूचिबध्द किये जाने, एक अगस्त से देय होने जा रहे वेतन पुननिर्धारण, राष्ट्रीयक्रूत बीमा उद्योग कों बचाने तथा बिमाधारकों के हितों को सुरक्षित रखने, केंद्र सरकार की मजदूरविरोधी श्रम कानूनों में बदलाव और निजीकरण मुहिम का तीव्र विरोध, फॅमिली पेंशन में सुधार, बढती महंगाई व बेरोजगारी पर लगाम लगाना जैसे मुद्दोंपर अपनी बात रखी. अपनी अध्यक्षीय भाषण में अनिल ढोकपांडे नें भारतीय जीवन बीमा निगम के समक्ष चुनौतियों का डटकर मुकाबला करने हेतू संघठन को मजबूत करने का आव्हान उपस्थित बीमाकर्मियों को किया. इस अवसरपर एलआईसी सें रिटायर्ड हुये सदस्यों का शाल, श्रीफल, भेट व गुलदस्ता देकर सत्कार किया गया.
सम्मेलन में नई कार्यकारिणी का सर्वसंम्मती से गठन हुआ जिसमें शिवा निमजे अध्यक्ष, वाय.आर.राव महासचिव एवं राजेश विश्वकर्मा कोषाध्यक्ष चुने गये I संचालन वाय.आर.राव ने किया और आभार नरेश अडचुले ने व्यक्त किया । सफलता हेतू जी.हरी.सरमा, अभय पाटने, मनोहर हेडाऊ, राजेश खंडेलवाल, अभय पांडे, हिना जीभकाटे, संदिप लातूरकर, विवेक जोशी, अशोक चांडक, .नरेंद्र उमाळे, शोभा मोहपेकर, सलील मुळे, मिलिंद पवनीकर, बंठी गजबे, शशी सोनूरकर, रवी खापरे, नलीनी धनविजय आदी ने सहयोग दिया. जो मजदूर हित कि बात करेगा, वही देश में राज करेगा’ इस घोषणा को बुलंद करते हुये सम्मेलन खत्म हुआ.