नागपुर: नागपुर शहर स्थित अंजुमन हामे ई इस्लाम स्कूल व जूनियर कॉलेज के प्राचार्य पर शासकीय निधि के दुरुपयोग के मामले में शिकायत की गई थी. दरअसल प्राचार्य शकील अहमद पर यह आरोप था कि उनके कॉलेज में दो सरकारी नौकरियों की परीक्षाएं होती हैं उसके पैसों का लेखा जोखा उनके पास मौजूद नहीं था. पिछले दस वर्षों में किसी भी वर्ष की निधि का ब्यौरा कॉलेज प्रशासन के पास मौजूद नहीं था. इस शिकायत के आधार पर शिक्षा विभाग उपसंचालक विभाग के लेखाधिकारी द्वारा कॉलेज में पहुंचकर पिछले हफ्ते जांच की गई थी. जिसमें यह पाया गया कि कॉलेज के प्राचार्य के पास दी गई निधि से सम्बंधित दस्तावेज नहीं है. जिसके कारण यह पूरा मामला भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रहा था.
यह खबर सबसे पहले नागपुर टुडे की ओर से प्रकाशित की गई थी. सोमवार को लेखाधिकारी की जांच रिपोर्ट में शिक्षा उपसंचालक को सौंपी गई. जिसमें अनियमितता पाई गई. जिसके बाद नागपुर टुडे की खबर पर संज्ञान लेते हुए उपसंचालक द्वारा आदेश दिया गया कि अंजुमन हामे ई इस्लाम स्कूल व जूनियर कॉलेज के प्राचार्य शकील अहमद को सेवानिवृत्त होने के बाद कोई भी सरकारी लाभ न दिया जाए. इसमें यह भी बताया गया है कि जब तक यह सम्पूर्ण कार्रवाई पूरी नहीं हो जाती तब तक शकील अहमद को कोई भी लाभ नहीं मिलेगा. क्योकि शकील अहमद इसी महीने अपने नौकरी से सेवानिवृत्त हो रहे हैं. इस कार्रवाई के बाद प्राचार्य अहमद की मुश्किलें बढ़ने वाली है.