Published On : Wed, Jan 8th, 2020

भारत बंद आज, बैंकिंग-ट्रांसपोर्ट से लेकर परीक्षाओं पर भी पड़ सकता है असर

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देश की विभिन्न ट्रेड यूनियनों ने बुधवार (8 जनवरी) को भारत बंद का आह्वान किया है. इस वजह से बैंकिंग, ट्रांसपोर्ट और अन्य सुविधाएं प्रभावित होंगी. सेंट्रल ट्रेड यूनियन्स और बैंक यूनियन नरेंद्र मोदी सरकार की कथित राष्ट्र विरोधी और जनता विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे. ट्रेड यूनियन्स का दावा है कि उन्होंने केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार के साथ बैठक करने के बाद बंद का आह्वान किया है. दावा किया जा रहा है कि 25 करोड़ लोग इस देशव्यापी हड़ताल में शामिल हो सकते हैं. आइए आपको बताते हैं कि आम लोगों से जुड़ी सुविधाओं पर इस हड़ताल का क्या असर पड़ सकता है.

बैंकिंग सुविधाओं पर क्या होगा असर

देशव्यापी भारत बंद का बैंकिंग सुविधाओं पर असर पड़ सकता है. लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इंडियन बैंक्स असोसिएशन (आईबीए) ने एक बयान में कहा कि 8 जनवरी को होने वाले भारत बंद में 6 बैंक यूनियन शामिल होंगी. बैंकिंग सुविधाएं जैसे एटीएम के अलावा शाखा से पैसे निकालने और जमा करने जैसी सुविधाओं पर हड़ताल का असर पड़ सकता है. हालांकि ऑनलाइन ट्रांजेक्शन्स जैसे एनईएफटी, आईएमपीएस पर कोई असर नहीं पड़ेगा. वहीं प्राइवेट बैंकों पर इसका असर नहीं होगा.

क्या स्कूल बंद रहेंगे?

फिलहाल बंद को लेकर स्कूलों में छुट्टी का कोई ऐलान नहीं किया गया है.

कल होने वाली परीक्षाओं का क्या होगा?

8 जनवरी को यूपीटीईटी 2019, जेईई मेन्स और आईसीएआर एनईटी जैसी अहम परीक्षाएं होनी हैं. ट्रांसपोर्ट सुविधाओं पर प्रभाव पड़ने की स्थिति में छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. लेकिन बंद के कारण इन परीक्षाओं के रद्द होने की फिलहाल कोई जानकारी नहीं है. एग्रीकल्चर साइंटिस्ट्स रिक्रूटमेंट बोर्ड (ASRB), ICAR NET 2019 की परीक्षा भी 8 जनवरी से 10 जनवरी के बीच देशभर में होनी है. किसी अप्रिय स्थिति में ही परीक्षा को स्थगित किया जाएगा. स्टूडेंट्स घर से निकलने से पहले ट्रैफिक एडवाइजरी जरूर देख लें.

इन संगठनों ने बुलाया है बंद

10 केंद्रीय व्यापारिक संगठन जैसे INTUC, AITUC, HMS, CITU, AIUTC, TUCC, SEWA, AICCTU, LPF, UTUC के अलावा ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स असोसिएशन (AIBOA), BEFI, INBEF, INBOC और बैंक कर्मचारी सेना महासंघ इस बंद में शामिल होंगे. बैंक कर्मचारी सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों के मर्जर का विरोध कर रहे हैं.