नागपुर: शहर में मिड डे मील योजना के तहत शहर में मध्यान्न भोजन देने वाली संस्था अक्षय पात्र पर उठ रहे सवालों के बीच फूड एंड ड्रग्स विभाग कार्रवाई की तैयारी में है। एफडीए नागपुर के सहायक आयुक्त मिलिंद देशपांडे के अनुसार उन्हें संस्था की अनियमितता से जुडी शिकायते संचार माध्यम से प्राप्त हुई है। जिसे लेकर वह संस्था के किचन और डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम में सर्च करने वाले है।
उनके मुताबिक एक दो दिन के भीतर ही इस कार्रवाई को अंजाम दे दिया जायेगा। देशपांडे का यह भी कहना है कि विभाग समय-समय पर सर्च करते रहता है। अक्षय पात्र की व्यवस्था से वह भी अवगत है जिसे लेकर अब से पहले उन्हें या उनके विभाग में कोई शिकायत नहीं है। अगर उनके पास कोई लिखित शिकायत आती है तो उस पर अवश्य संज्ञान लिया जायेगा।
गौरतलब हो कि अक्षय पात्र संस्था की कार्यप्रणाली को लेकर शिक्षा के अधिकार के लिए काम करने वाली एनजीओ आरटीई एक्शन कमेटी के शहीद शरीफ ने आपत्ति दर्ज कराई थी। शरीफ ने अक्षय पात्र पर कई गंभीर आरोप भी लगाए है।
यह संस्था नागपुर में सैकड़ों स्कूलों के हजारों बच्चों को मध्यान भोजन उपलब्ध कराती है। शरीफ का कहना है कि शहर की 350 स्कूलों में भोजन देने की जिम्मेदारी बिना टेंडर प्रक्रिया के सीधे इस फाउंडेशन को दे दी गई। मगर यह संस्था मिड डे मील योजना के नियम का उल्लंघन कर रही है। इस संस्था से सरकार का कोई करार नहीं है। सिर्फ स्कूलों से करार कर व्यवस्था चलाई जा रही है।