Published On : Fri, Jul 20th, 2018

अगस्ता के बिचौलिये की वकील का दावा- सोनिया के खिलाफ गवाही देने का दबाव

Advertisement

दिल्ली: अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकाप्टर डील का मामला एक बार फिर चर्चा में है. इस डील के दौरान कथित रिश्वतखोरी में अहम भूमिका निभाने वाले संदिग्ध क्रिश्चन मिशेल की वकील रोसमैरी पैट्रिजी और बहन साशा ओजेमैन ने सनसनीखेज दावे किए हैं. इन दोनों ने आरोप लगाया है कि भारतीय जांच अधिकारी मिशेल से झूठे कबूलनामे पर दस्तखत लेने की कोशिश कर रहे हैं.

मिशेल की वकील और बहन का आरोप है कि ये झूठा कबूलनामा लेने की कोशिश की जा रही है कि जिस वक्त हेलीकाप्टर डील हुई थी, तब मिशेल की यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी से निजी तौर पर पहचान थी.

Gold Rate
20 May 2025
Gold 24 KT 93,400/-
Gold 22 KT 86,900/-
Silver/Kg 95,700/-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

वकील के दावे के मुताबिक मिशेल से भारतीय अधिकारियों ने ये भी कहा कि अगर वो कबूलनामे के दस्तावेज पर दस्तखत कर देता है तो उसे कैद से आजादी मिल जाएगी. मिशेल की वकील पैट्रिजी ने मिलान से और उसकी बहन ओजेमैन ने इंग्लैंड से अलग-अलग इंटरव्यू में ये दावे किए.

ईडी की चार्जशीट में मिशेल का नाम
ब्रिटिश नागरिक मिशेल पर अगस्ता वेस्टलैंड रिश्वतखोरी घोटाले में 6 करोड़ यूरो की दलाली में अहम भूमिका निभाने का आरोप है. जांचकर्ताओं के मुताबिक 1997 से 2013 के बीच मिशेल ने भारत के 300 दौरे किए थे. ईडी की ओर से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की अदालत में दाखिल चार्जशीट में नामजद बिचौलियों में क्रिश्चन मिशेल का नाम भी शामिल है. मिशेल एक महीने से भी ज्यादा समय से दुबई में हिरासत में है.

क्‍या कहा मिशेल की वकील ने
पैट्रिजी ने कहा कि मैं इतना कह सकती हूं कि मिशेल का मई में भारतीय और यूएई के अधिकारियों के साथ दो बार सामना हुआ था. इस साल जांचकर्ता दुबई में मिशेल से पूछताछ करने के लिए गए. असल में जांचकर्ता मिशेल के दस्तखत चाहते थे. वो चाहते थे कि मिशेल उन बातों की पुष्टि कर दे जो असल में सच नहीं थीं. उनके मुताबिक मिशेल ने कहा कि नहीं, मैं इस पर दस्तखत नहीं करूंगा. पैट्रिजी ने दावा किया कि इसके बाद वे (जांचकर्ता) भारत वापस चले गए और मिशेल को गिरफ्तार कर लिया गया.

सोनिया गांधी से संपर्क का बनाया गया दवाब
पैट्रिजी के मुताबिक उनके मुवक्किल पर दवाब डाला गया कि अगर रिहाई चाहिए तो इकबालिया बयानों पर दस्तखत कर दे. पैट्रिजी ने आरोप लगाया कि मिशेल पर यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी से संपर्क होने की बात कबूलने के लिए ‘दबाव’ डाला गया था. हालांकि मिशेल की ओर से सोनिया गांधी से कोई संपर्क होने का हमेशा खंडन किया जाता रहा है. पैट्रिजी के मुताबिक मिशेल की ओर से हमेशा यही कहा गया, ‘मैंने कोई रिश्वतखोरी नहीं की.

मैंने कभी नहीं देखा, मैं सोनिया गांधी से कभी नहीं मिला. पैट्रिजी ने कहा कि यही है वो जो मिशेल की ओर से हमेशा कहा गया. यही सच है. ये संभव है कि अधिकारी मिशेल पर ऐसा कुछ कबूल कराने के लिए दबाव डाल रहे हों जो सच नहीं है. क्योंकि वो कोई सबूत नहीं ढूंढ पाए, वो इसलिए क्योंकि कोई सबूत है ही नहीं.’

Advertisement
Advertisement
Advertisement