Published On : Tue, Apr 10th, 2018

मोदी को हालत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए फिर एक किसान ने की आत्महत्या

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नागपुर: देश में किसान आत्महत्या की राजधानी बन चुके यवतमाल में मंगलवार को फिर एक किसान ने आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने वाले 50 वर्षीय किसान शंकर भाऊराव चायरे ने 6 पन्नों के लिखे पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस कदम के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है। जिले के राजुरवाडी गाँव के किसान शंकर ने पहले फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया लेकिन रस्सी टूट गई जिसके बाद उसने जहरीली दवा का सेवन कर मौत को गले लगा लिया।

अपने पत्र में मृत किसान ने विस्तार से अपनी तकलीफों का विवरण दिया जिसमे उसने बताया कि आकलन, कम उत्पादन, उत्पादन को उचित भाव न मिलने की वजह से वह लगातार निराशा के दौर से गुजर रहा है। कर्जबाजारी से त्रस्त होकर आत्महत्या किये जाने की बात पत्र में कहते हुए उसने इसके लिए मोदी सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया है। शंकर चावरे के पास 6 एकड़ खेती थी। पत्नी, तीन लड़कियों के साथ एक लड़की की जिम्मेदारी शंकर पर थी।

शंकर द्वारा लिखे गए भावनात्मक पत्र में उसने परिवार को प्यार से रहने की सलाह देते हुए बेटे पर ध्यान देने की बात कही गई है। शंकर की आत्महत्या के बाद राजुरवाडी गाँव के निवासी गुस्से में है उन्होंने मुख्यमंत्री के न आने तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करने की धमकी दी है। दूसरी तरफ शंकर की बड़ी पुत्री 21 वर्षीय जयश्री शंकर चावरे ने जिले के घाटंगी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है जिसमे सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया है।