जिप के निर्माण विभाग ने उठाए कडे कदम
अकोला। अकोला जिला परिषद की सुरक्षा दीवार से सटे स्टेट बैंक के एटीएम के लिए जिला परिषदने किराए तत्व पर कक्ष उपलब्ध कराया था. इस कक्ष का किराया लंबे समय से बकाया होने तथा इस पर एसबीआई की ओर से कोई दखल न लिए जाने के कारण आज जिप के निर्माण विभागने एटीएम कक्ष को सील लगाने की कार्रवाई की. यह जिला परिषद के इतिहास की पहली की कार्रवाई मानी जा रही है. इस कार्रवाई की वजह से जहां निर्माण विभाग की प्रशंसा की जा रही है, वहीं अब जिप के मिनी मार्केट में संचालित दुकान धारकों में खलबली मच गई हैं.
बता दें कि अकोला जिला परिषद के सामने स्टेट बैंक का एटीएम है, जो सन 2008 में किराए पर लिया गया. इस एटीएम का 66 हजार 300 रूपए किराया लंबे समय से बकाया है, जिस पर 41 हजार 634 रूपए ब्याज भी चढ गया है. इस प्रकार एसबीआई की स्थानीय शाखा को 1 लाख 7 हजार रूपए अदा करने की सूचना जि के निर्माण विभाग ने दी थी. 28 जनवरी को दी गई इस सूचना में भुगतान के लिए 48 घंटे का समय दिया गयाा था. इसके बावजूद निर्माण विभाग ने सोमवार तक कोई कार्रवाई नहीं की. सोमवार को निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता वी.एल. कुंभारे ने एसबीआई की स्थानीय शाखा व्यवस्थापक से दूरध्वनि पर संपर्क कर बकाया राशि के बारे में अवगत कराया था. इस पर शाखा व्यवस्थापक ने मंगलवार को किराए का भुगतान करने की बात कही थी, किंतु मंगलवार के दिन एसबीआई की ओर से राशि जमा नहीं की गई, जिससे निर्माण विभाग की ओर से मंगलवार की शाम 6 बजे एटीएम सील करने की कार्रवाई की गई. इस अवसर पर निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता वी.एल. कुंभारे, एस.एन. व्यवहारे, जी.ओ. ढेमे, श्रीकांत जोशी, आई.बी. सोनवणे आदि अधिकारी, कर्मचारियों के अलावा जिला परिषद सदस्य चंद्रशेखर पांडे, गोपाल कोल्हे उपस्थित थे.