मेहकर (बुलढाणा)
शहरों के साथ जिले में कुछ शिक्षक सरकारी नौकरी पर होने के बावजूद भी सरकार का पगार लेकर निजी क्लासेस चला रहे है और हर साल लाखों रुपए जमा कर रहे है. ऐसे शिक्षकों पर शिक्षण विभाग कोई कारवाई नहीं करता जीसके विरोध में प्रोफेशनल टिचर्स असोसिएशन के जिला अध्यक्ष प्रा. विनोद पऱ्हाड के नेतृत्व में अपनी मांगो को लेकर स्थानिक पंचायत समिति कार्यालय के आगे आज आमरण अनशन की शुरुवात हुई.
इसके पहले मेहकर गटशिक्षण अधिकारी ने दिए हुए निवेदन में बताया था कि, मेहकर शहर में अनेक सालो से अनेक सुशिक्षित बेरोजगार अपने परिवार का उदरनिर्वाह निजी कोचिंग क्लासेस चलाकर कर रहे है. शासन के नियम और शर्तो का पालन करके शासन को हर साल टॅक्स दिया जाता है. लेकिन सरकारी नौकरी करने वाले शिक्षक निजी क्लासेस चला रहे है और साल के लाखों रुपए कमा रहे है. सभी व्यक्तियो के बारे मे शिकायत शिक्षण विभाग को की गई लेकिन अभी तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. यह शिक्षक निजी क्लासेस लेकर सरकार का टॅक्स डूबा रहे है. शिक्षक प्रॅक्टिकल गुणों की धमकी देकर विद्यार्थियों को क्लासेस लगाने पर मजबूर कर रहे है ये सभी आरोप असोसिएशन की ओर से लगाए गए हैं.









