आज तहसील कार्यालय में विशाल मोर्चा
पूरी हुई, अशोक (गप्पू) गुप्ता के नेतृत्व में जनचेतना मुहिम की पदयात्रा
मरारटोली से फूंका जाएगा आज मोर्चे का शंखनाद
गोंदिया
1 जुलाई 2014 को कोरणीघाट से प्रारंभ हुई जनचेतना पदयात्रा आज 14 जुलाई 2014 को अपना 14 दिनों और 138 गांवों का दौरा कर लगभग 500 से 550 किलोमीटर का कठीन सफर तय कर गांव-गांव से आशिर्वाद प्राप्त करते हुए जनहित की मांगों को लेकर ग्राम कटंगी से मरारटोली पहुंच रही है. 14 जुलाई को सुबह 11 बजे मरारटोली स्कुल परीसर से हजारों की संख्या में उपस्थित किसान भाईयों, समर्थकों एवं युवा साथियों के साथ जोर-शोर से अपनी न्यायिक मांगों के हक में आवाज बूलंद कर तहसील कार्यालय के लिए रवाना होगी, जो तहसील कार्यालय पहुंचकर विशाल रूप में परिवर्तित हो जाएगी.
अशोक गप्पु गुप्ता ने 12 जुलाई को एवं 13 जुलाई को अपने जनसभाओं के दौरान बताया कि इस समय किसान भाईयों पर चैतरफा संकट के बादल मंडरा रहे है. सरकार से जिस प्रकार उन्हें आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए थी, वो अब तक प्राप्त नही हो पायी है. आर्थिक स्थिती खराब होने से साहुकारों और धन्नासेठों से कर्ज के रूप में रूपया लेकर किसान बूरी तरीके से फंस गया है चूंकि जिन पैसों से उसने खेतों में बिजाई, खाद डाली थी, वो बारिश के न आने पर खराब हो गई. गुप्ता ने बताया कि अपने गोंदिया विधानसभा क्षेत्र में गोर-गरीब किसान भाईयों की दशा इतनी दयनीय हो गई है कि वे अपने जानवरों और ट्रेक्टर सहित उसके साहित्यों को बेचकर दोबारा बुआई के लिए रूपया इकटठा कर रहे है जिसकी परिस्थितीयां पदयात्रा के दौरान सामने आयी है.
श्री गुप्ता ने कहा कि किसानों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता मिलना अत्यंत आवश्यक है. इन विकट परिस्थितीयों से निबटने के लिए सरकार ने जिले को तत्काल अकाल घोषित करना चाहिए. अगर सरकार गोंदिया जिले के किसानों के साथ भेदभाव करती है और किसानों की आवाज को इस मोर्चे के माध्यम से नही सुनती है तो फिर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर सरकार को हिलाने का कार्य किया जाएगा. श्री गुप्ता ने कहा कि आज हमें अपनी ताकत दिखाने का वक्त आ गया है, इस मोर्चे को विशाल रूप देने के लिए एक स्वर में आवाज बूलंद कर आगे आए और सहयोग प्रदान करें.
मोर्चे को सफल बनाने के लिए विनायक खैरे, पप्पु पटले, सनम कोल्हटकर, सुनिल पटले, आनंद जतपेले, चुनेश पटले, योगी भेलावे, आनंद ठाकुर, हरी जमरे, गोपाल अजनीकर, भाउ अग्रवाल, गुनेश रहांगडाले, ललीत तावाडे, बाबा बहेकार, अंचल गिरी, नाजुक शेंडे, देवचंद बिसेन, बबलु पटले, संतोष लिल्हारे, प्रकाश देवाधारी, आनंद नागपुरे, सचिन मेश्राम, क्रांति बिसेन, संजु नेवारे, महेश पाचे, गंगाराम मानकर, कुंदन डहाट, तेजलाल सहारे, गनुेश रहांगडाले, चमरू बोपचे, बाबाभाई, ऐजाजभाई, राजा तिवारी कुंवरलाल पुसाम, रामेश्वर मरकाम, घनश्याम ब्राम्हणकर, नितीन तुरकर, चंदन परतेती, पंकज तिड़के, छगन माने, सुजीत येवले, नरेन्द्र मेश्राम, गणेश बिसेन, रवि ठाकरे, केवल रहांगडाले, महेश मेश्राम, गणेश धांडे, नरेन्द्र चिखलौंडे, संजय हलमारे, योगराज लिल्हारे, मनोज कटकवार, पुनाप्रसाद लिल्हारे, श्रीराम नाइक, धुरन सुलाखे, प्रकाश बुडेकर, महेन्द्र गायधने आदि ने की है.