चिमूर को जिला बनाने के लिए आंदोलन तेज
चिमूर
चिमूर को क्रांति जिला घोषित करने तथा किसानों की समस्याओं को लेकर शिवसेना ने आज तहसील कार्यालय पर मोर्चा निकाला. लेकिन जब मोर्चा कार्यालय में पहुंचा तो वहां एक भी अधिकारी व कर्मचारी न होने से शिवसैनिकों का गुस्सा फूट पडा. तहसीलदार के वाहन की तोड.फोड. करने के साथ ही वहां से गुजरने वाली बसों को रोक कर उनकी भी तोड.फोड. की. जिससे वहां अफरातफरी मच गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शिवसैनिकों को शांत कराया.
विदित हो कि पिछले तीन दशकों से चिमूर को क्रांति जिला बनाने की मांग हो रही है. 16 अगस्त को मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने जिला निर्माण के मामले में चिमूर को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया था.लेकिन हाल ही में पालघर को जिला बना कर चिमूर को वंचित रखा गया. जिससे चिमूरवासियों में सरकार के प्रति जबरदस्त रोष है. उधर मुख्यमंत्री ने चिमूर को नगर परिषद बनाने की बात कहकर चिमूरवासियों के जले पर नमक छिडकने का काम किया है.उधर नगर विकास मंत्रालय ने चिमूर को नगर पंचायत बनाने की पेशकश की. जिसका शिवसेना ने तीव्र विरोध किया था. इसी घटनाक्रम के तहत शिवसेना ने चिमूर को जिला बनाने की प्रमुख मांग को लेकर तहसील प्रमुख गजानन बुटके की अगुवाई में तहसील कार्यालय पर मोर्चा निकाला था.
महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम की बसों को रोक कर यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला तथा बसों के कांच फोड दिए. चिमूर के प्रशासकीय इमारत पर ‘चिमूर क्रांति जिला कार्यालय’ का बैनर लगाकर अलग अंदाज में चिमूर के जिला बनने का सपना साकार होता देखा. आधे घंटे तक तहसील परिसर में तनाव का माहौल बना रहा. अचानक हुए इस आंदोलन से प्रशासन की नींद उड. गई. पुलिस के मौके पर पहुंचते ही शिवसैनिक ने टायर जलाकर उन पर रोष व्यक्त किया. पुलिस ने शिवसैनिकों पर धारा 341,143,144,147,148, 149 के अलावा 135 मुबंई पुलिस कानून, क्रिमिनल लॉ अमेटमंटे एक्ट की धारा 7 तथा पब्लिक प्रापर्टी डैमेज एक्ट की धारा 3 व 7 के तहत अपराध दर्ज करके 17 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनमें तहसील प्रमुख गजानन बुटके, सुधीर जुमडे., सचिन पचारे, सुभाष नन्नावरे, सुनील सोनवाने, जयेंद्र रोडगे, रमेश लाडे.कर आदि का समावेश है.